मधुबन बापूधाम योजना में कामर्शियल प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री शुरू 127 भूखंडों की होनी है रजिस्ट्री

मधुबन बापूधाम योजना जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स की प्राथमिकता में है। योजना को सफल बनाने और आवंटियों तक सभी प्रकार की सुविधाएं पहुंचाने के लिए जीडीए द्वारा कार्ययोजना तैयार कर उस पर अमल भी शुरू हो गया है। जीडीए उपाध्यक्ष और सचिव लगातार योजना का निरीक्षण कर रहे हैं। योजना के सी पॉकेट डिस्ट्रिक्ट सेंटर में व्यवसायिक गतिविधियों के लिए भूखंडो का आवंटन किया गया था। रजिस्ट्री शुरू होने से आवंटियों को काफी राहत मिली है।

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। मधुबन बापूधाम आवासीय योजना में विकास कार्यों को गति देने के साथ ही आवंटियों की समस्याओं का निस्तारण भी प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है। योजना के पॉकेट सी में कामर्शियल प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री रूकी हुई थी। शनिवार से भूखंडों की रजिस्ट्री शुरू हो गई। पार्केट सी डिस्ट्रिक्ट सेंटर में कुल 134 भूखंडों में से 127 भूखंडों का आवंटन हो चुका है, लेकिन अभी तक इसकी रजिस्ट्री नहीं हुई है। रजिस्ट्री शुरू होने से आवंटियों को काफी राहत मिली है। जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह स्वयं रजिस्ट्री प्रक्रिया पर नजर रख रहे हैं और अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि रजिस्ट्री के दौरान किसी आवंटी को कोई परेशानी ना हो।


मधुबन बापूधाम योजना जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स की प्राथमिकता में है। योजना को सफल बनाने और आवंटियों तक सभी प्रकार की सुविधाएं पहुंचाने के लिए जीडीए द्वारा कार्ययोजना तैयार कर उस पर अमल भी शुरू हो गया है। जीडीए उपाध्यक्ष और सचिव लगातार योजना का निरीक्षण कर रहे हैं। योजना के सी पॉकेट डिस्ट्रिक्ट सेंटर में व्यवसायिक गतिविधियों के लिए भूखंडो का आवंटन किया गया था। लेकिन इन भूखंडों की रजिस्ट्री नहीं हुई थी। जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मधुबन बापूधाम योजना में कामर्शियल प्लॉट की रजिस्ट्री 4 मई से शुरू हो गई है। व्यवसायिक भूखण्ड संख्या-सी/एसपी-132 व सी-13 के आवंटी कौशल कुमार शर्मा ने अपने दोनों भूखंडों की रजिस्ट्री के लिए पूर्व में 22 फरवरी 2024 को आवेदन किया था। शनिवार को जीडीए सचिव कार्यालय में आवंटी कौशल कुमार शर्मा उपस्थित हुए। उन्होंने जीडीए सचिव को भूखंडों की रजिस्ट्री के प्रार्थना पत्र के साथ जमा धनराशि की रसीदें, आईडी पु्रफ, आधार कार्ड व अन्य अभिलेख प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्री के लिए जमा की धनराशि की रसीदों का कैश काउंटर से सत्यापन कराकर लेखा गणना की जांच कर ली गई है। जल्द ही दोनों भूखंडों की रजिस्ट्री कराई जाएगी। जीडीए सचिव ने बताया कि मधुबन-बापूधाम योजना के व्यवसायिक भूखंडों के आवंटियों से कहा है कि अपने भूखंड की रजिस्ट्री कराने के लिए आवेदन पत्र के साथ जमा धनराशि के रसीदों की छायाप्रति, आईडी पु्रफ, आधार कार्ड व अन्य प्रमाण पत्र और 50 लाख रुपए से अधिक मूल्य की संपत्तियों की रजिस्ट्री कराने के लिए फॉर्म-26 क्यूबी संलग्न अवश्य करें।