नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ की इस पहल से स्वच्छता को लेकर बढ़ेगी जागरूकता

-पेंटिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने दीवारों पर उकेरी कला
-नगर निगम द्वारा आरडीसी फ्लाईओवर के पास वॉल पेंटिंग कंपटीशन में 16 स्कूलों के बच्चों ने लिया भाग
-स्वच्छता के लिए संकल्पित भाव से कार्य करने से शहर होगा स्वच्छ: नगर आयुक्त

गाजियाबाद। शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ हर दिन नई कवायद कर रहे है। शहर को स्वच्छता में शहर के लोगों की कैसे भागीदारी हो कैसा वह जागरूक हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। नगर आयुक्त ने अब बच्चों के माध्यम से शहर की जनता को जागरूक करने के लिए चित्रकारी प्रतियोगिता का आयोजन कराया। दीवारों पर चित्र उकेर करके बच्चों ने यही संदेश दिया है कि अपने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए सभी सहयोग करें। नगर निगम द्वारा डॉ. नितिन गौड़ के नेतृत्व में रविवार को आरडीसी फ्लाईओवर के पास वॉल पेंटिंग कंपटीशन का आयोजन किया गया। जिसमें फ्लाईओवर की दीवार पर कई स्कूल के विद्यार्थियों ने पेंटिंग की, विद्यार्थियों ने पेंटिंग के माध्यम से शहर की स्वच्छता का संदेश दिया। एसबीएम नोडल अधिकारी डॉ मिथिलेश सिंह ने कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को संभाला। लगभग 16 स्कूलों के विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कुल 260 प्रतिभागियों ने टीम बनाकर पेंटिंग की।

विद्यार्थियों ने अपनी कला दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो भी बनाई तथा कचरा पृथक्करण, कचरा निस्तारण के साथ-साथ शहर की स्वच्छता और प्रदूषण मुक्त शहर का संदेश दिया। इस दौरान नगर आयुक्त डॉ.नितिन गौड़ ने अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव,मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ.संजीव सिन्हा, उद्यान प्रभारी डॉ.अनुज कुमार सिंह की मौजूदगी में बेहतर वॉल पेंटिंग करने वाले स्कूल अरवाचीन पब्लिक स्कूल वसुंधरा प्रथम, न्यू रेनबो स्कूल वसुंधरा तथा राणा प्रताप हायर सेकेंडरी स्कूल लोहिया नगर द्वितीय, स्प्रिंगफील्ड पब्लिक स्कूल वसुंधरा तथा नगर निगम बालिका विद्यालय चंद्रपुरी तृतीय घोषित किया, सभी को सर्टिफिकेट देते हुए पुरस्कृत किया। अन्य प्रतिभागियों को भी सर्टिफिकेट दिया गया तथा विद्यार्थियों के साथ-साथ उनकी स्कूलों के अध्यापक-अध्यापिकाओं की भी प्रशंसा की।

नगर आयुक्त ने विद्यार्थियों के कला की प्रशंसा कर बढ़ाया मनोबल
नगर आयुक्त ने शहर वासियों को कचरा पृथक्करण के लिए जागरूक करने के लिए विद्यार्थियों के मनोबल को बढ़ाते हुए विद्यार्थियों से अपने घर, स्कूल को भी सूखा कचरा अलग गीला कचरा अलग रखने की अपील की।
उन्होंने कहा हम अपने शहर गाजियाबाद को तभी स्वच्छ एवं सुंदर बना सकते है। जब हम खुद स्वच्छता के प्रति जागरूक हो। इसी प्रकार अपने आसपास क्षेत्र में भी सूखा और गीला कचरा अलग अलग रखने के लिए उत्साहित किया। वॉल पेंटिंग कंपटीशन के माध्यम से नगर निगम द्वारा विद्यार्थियों के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया गया है। जिसमें विद्यार्थियों ने बहुत ही उत्साह के साथ अपने मन के भाव दीवार पर कला के माध्यम से उतारे। नगर आयुक्त ने सभी स्कूल के विद्यार्थियों के साथ फोटो खींचवाई। उपस्थित अभिभावकों से भी वार्ता करते हुए कचरा निस्तारण कचरा पृथक्करण के लिए उत्साहित किया।

नगर आयुक्त ने कहा कि शहर की स्वच्छता बढ़ाने के लिए स्कूली बच्चों द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। बच्चों द्वारा बनाये कला आकृति से कहीं ना कहीं लोगों में भी स्वच्छता के प्रति जागरूकता भावना पैदा होगी। सफाई का जिम्मा केवल नगर निगम या प्रशासन पर मत थोपिए, लोग कचरा ऐसे फेंकते रहेंगे और हम सुबह-शाम झाड़ू लगाते रहेंगे, इससे गाजियाबाद स्वच्छ और सुंदर नहीं बन सकता। आप भी हमारा सहयोग करें। घरों से निकल रहे कूड़े-कचरे को रोज सुबह कचरा लेने वाली गाड़ी में डालें। शहर को स्वच्छ, सभी का स्वस्थ रखने के लिए हर नागरिक को आगे आना होगा। कुछ समय शहर को स्वच्छ बनाने के लिए निकलना होगा। स्वच्छता के लिए संकल्पित भाव से कार्य करने से ही शहर स्वच्छ होगा। हर जगह कचरा डालने और फैलाने से बचना होगा, प्लास्टिक, पॉलीथिन, घरों के कचरे को सड़कों पर फेंकने की आदत छोडऩी होगी। कचरा, कचरा पात्र में ही डालने की आदत डालनी होगी, साथ ही सड़कों पर कचरा फेंकने वालों को समझाकर ऐसा करने से रोकना होगा, ताकि शहर स्वच्छ और लोग बीमारी से दूर रह सकें।

एसबीएम नोडल अधिकारी डॉ मिथिलेश सिंह ने कहा अपने शहर को सुंदर व स्वच्छ रखने के लिए सभी को जिम्मेदार नागरिक बनने की जरूरत है। साथ ही यह संकल्प भी लेना है कि हर हाल में अपने शहर को सुंदर बनाना है। साफ-सफाई रखकर ही हमारा शहर स्वच्छता की रेस में शामिल हो सकता है। इसलिए अभी से हम शहर को स्वच्छ रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। इससे बदलाव जरूर दिखेगा। स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। इसे अपना कर न केवल स्वस्थ रहा जा सकता है बल्कि शहर को भी सुंदर बनाया जा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखने, साफ-सफाई की की आदत डालनी होगी। जिस तरह हम घरों में सफाई रखते हैं, वैसे ही शहर को साफ रखने के लिए कार्य करना होगा। पेटिंग प्रतियोगिता का उद्देश्य भी यहीं है कि लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो। नगर आयुक्त द्वारा उक्त फ्लाईओवर की दीवार को स्वच्छ बाल दीवार का नाम दिया गया।