दंरिदों ने किया घर के बाहर खेल बच्ची का अपहरण, 24 घंटे बाद कर दी हत्या घर से 150 मीटर दूरी पर मिला शव

गाजियाबाद। नंदग्राम थाना क्षेत्र के बाद साहिबाबाद थाना क्षेत्र में भी मासूम बच्ची का अपहरण कर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। गुरुवार से लापता बच्ची का शव शुक्रवार सुबह घर से 150 मीटर दूरी पर पड़ा मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। बच्ची के गर्दन पर निशान है, जिससे आशंका जताई जा रही है कि गला घोटकर उसकी हत्या की गई। सूचना पाकर मौके पर एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेन्द्र सिंह, सीओ इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह, थाना पुलिस पहुंचे और जांच शुरु कर दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
साहिबाबाद थाना क्षेत्र में सिटी फॉरेस्ट क्षेत्र में कच्ची कॉलोनी में राज मिस्त्री रामजी अपने परिवार के साथ रहते है। उनकी बेटी हनी (5) गुरुवार दोपहर घर से बाहर खेते हुए संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। काफी खोजबीन के बाद जब बच्ची का कोई पता नही चला तो पीडि़त ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने गुरुवार शाम से देर रात तक बच्ची की तलाश में कॉम्बिंग की, मगर कहीं कोई सुराग नही लगा।

शक्रवार दोपहर करीब 12 बजे बच्ची का शव सामने वाले घर के पीछे पड़ा मिला। घर से घटनास्थल की दूरी करीब डेढ़ सौ मीटर है। सूत्रों का कहना है कि बच्ची के गले में रस्सी बंधी हुई थी। जिससे आशंका जताई जा रही है कि बच्ची की गला घोंटकर हत्या की गई है। बच्ची के पिता रामजी ने बताया गुरुवार दोपहर से रात तक बच्ची की काफी तलाश की गई, मगर कहीं कोई पता नही चल पाया। शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे बच्ची का शव घर से 150 मीटर दूर मिला। पुलिस बिना बताए शव उठाकर पोस्टमॉर्टम हाउस पर ले गई। हमें सीधे पोस्टमॉर्टम हाउस पर पहचान करने के लिए बुलाया गया। पुलिस को मौके पर खोजी कुत्ते बुलाने चाहिए थे।

एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना के खुलासे के लिए कई टीमें लगी हुई है और कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। बच्ची के अपहरण के बाद से परिजनों को भी कोई फोन नही है, जिससे यह प्रतीत हो सकें की बच्ची का अपहरण फिरौती को लेकर किया गया है। रंजिशन के चलते बच्ची की हत्या की गई है। इससे पूर्व ऐसा ही एक मामला नंदग्राम थाना क्षेत्र का प्रकाश में आया था। जहां पडोसी ने ही बच्ची का अपहरण कर उसके परिवार से 30 लाख की फिरौती मांगी, रुपए न देने पर उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी गई थी। जिसका पुलिस ने खुलासा कर हत्याआरोपियों को सलाखों के पहुंचाया था।