निगम की रिक्त भूमि पर मियावाकी पद्धति से लगाए जाएंगे हजारों पौधे

-नगर आयुक्त ने बनाई योजना, विभाग ने शुरू किया चिन्हीकरण
-सीएसआर एक्टिविटी के तहत लगाए जाएंगे पौधे, कई बड़ी कंपनी कर रही सहयोग: डॉ. अनुज कुमार सिंह

गाजियाबाद। वायु गुणवत्ता को सुधारने में उद्यान विभाग अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। नगर निगम पर्यावरण के क्षेत्र में विशेष ध्यान देते हुए निगम की खाली भूमि पर वृहद स्तर पर पौधारोपण करने के योजना बनाई जा रही है। शहर में हरियाली बढ़ाने को लेकर अब जापानी पद्धति मियावाकी से बड़े पैमाने पर पौधे लगाए जाएंगे। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में भूमि चिन्हीकरण का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। शहर हित में पौधारोपण को बढ़ावा दिया जाएगा और मियावाकी पद्धति से पौधे लगाए जाएंगे। जिसमें कई सामाजिक संस्थाएं, प्रतिष्ठान व अन्य बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। नगर आयुक्त द्वारा उद्यान विभाग को विशेष कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।

उद्यान प्रभारी डॉक्टर अनुज कुमार सिंह ने बताया वृहद स्तर पर पौधारोपण की कार्यवाही को शहर के कई हिस्सों में किया जाएगा। जिसमें नगर आयुक्त के निर्देश अनुसार योजना बनाते हुए कार्य शुरू कर दिया गया है। नगर निगम की कब्जा मुक्त कराई गई कई भूमि भी इसमें ली गई है। इसी क्रम को आगे बढ़ते हुए संपत्ति विभाग तथा उद्यान विभाग मिलकर भूमि का चयनकरण कर रहा है। मोरटा वार्ड संख्या 16 में लगभग 22000 वर्ग मीटर जमीन और नायफल में 18000 वर्ग मीटर भूमि का चयनिकरण किया गया है। जिसमें सीएसआर एक्टिविटी के अंतर्गत पौधारोपण कराया जाएगा। टाटा स्टील व अन्य कंपनियां, हिस्सा लेंगी।

वायु गुणवत्ता सुधार के लिए जहां नगर निगम लगातार शहर में तकनीकी माध्यम से कार्य कर रहा है वहीं दूसरी ओर नगर आयुक्त जन सहभागिता सुनिश्चित करते हुए अधिक से अधिक पौधारोपण करने की तैयारी में लग रहे हैं। जनप्रतिनिधि एवं नगर निगम मिलकर शहर में कई हजार संख्या में पौधारोपण करेंगे। जिसके लिए भूमि का चिन्हीकरण चल रहा है। जनहित में वृहद स्तर पर पौधा रोपण अभियान चलाया जाएगा। जिसके अंतर्गत मियावाकी पद्धति से पौधे लगाए जाएंगे और शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने का कार्य किया जाएगा।