टीटीटी को आधार बनाकर पाई कोरोना पर जीत: राकेश कुमार सिंह

-कंबोडिया के सिविल सेवकों का जिलाधिकारी के नेतृत्व में हुआ स्वागत
-कंबोडिया के 40 सिविल सेवकों ने जाना कोरोना पर काबू पाने से लेकर योजनाओं की प्रक्रिया

गाजियाबाद। कंबोडिया देश के 40 सिविल सेवकों के लिए दूसरा प्रशिक्षण कार्यक्रम सार्वजनिक नीति(पब्लिक पॉलिसी)और शासन का जिला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए एनसीजीजी टीम के साथ कंबोडिया के 40 सिविल सेवकों का जिले में आगमन हुआ। इनके कलेक्ट्रेट में पहुंचने पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कंबोडिया के सभी 40 सिविल सेवकों का फूल-माला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में सिविल सेवकों ने कोरोना संक्रमण पर काबू पाए जाने से लेकर सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन समेत अन्य मामलों में जानकारी की। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्रशासन से संबंधित विकास,संरचनाएं तथा भूमिकाओं के बारे में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने जानकारी दी।

इस दौरान एसीपी कोतवाली निमिष पाटिल, सीडीओ अभिनव गोपाल,एडीएम सिटी गंभीर सिंह,सिटी मजिस्ट्रेट शुभांगी शुक्ला, सीएमओ डॉ.भवतोष शंखधर,एसडीएम सदर विनय कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी प्रज्ञा श्रीवास्तव आदि अधिकारियों ने योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बैठक के दौरान अधिकारियों ने विभागोंऔर अधिकारियों की भूमिका व जिम्मेदारी की जानकारी दी गई।जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि टेस्ट, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट को आधार बनाकर कोरोना संक्रमण पर काबू पाया गया। कंबोडिया के 40 सिविल सेवकों के ग्रुप ने सवाल पूछते कहा कि कोरोना के समय किस प्रकार कार्य किया गया।कोरोना संक्रमण के बाद संपत्तियों के रेट में क्या अंतर आया। स्लम एरिया के सुधार एवं विकास के लिए क्या कार्य करते हैं। बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए कौन से काम करते हैं, साथ ही न्याय प्रणाली कैसी है।

सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने स्वास्थ्य विभाग और एसडीएम सदर विनय कुमार सिंह ने तहसील स्तर पर किए जाने वाले कार्यों सहित अन्य विभागों और अधिकारियों की भूमिका व जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना काल में ट्रैक, टेस्ट और ट्रीटमेंट के आधार पर कार्य किए गए। जिसके बेहतर परिणाम मिले। स्लम एरिया में सुधार के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार की विशेष योजनाएं चलाई जाती हैं। जिनका जिला स्तर पर सरकार के प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधि और प्रशासन द्वारा संचालन होता हैं। बच्चों और बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि न्याय व्यवस्था में पीड़ित व्यक्ति एसडीएम कोर्ट से न्याय ले सकता है। वह यहां से न्याय में संतुष्ट नहीं होता है तो मजिस्ट्रेट, जिला जज,उच्च न्यायालय और उसके बाद उच्चतम न्यायालय में केस पर निर्भर करता है।

जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी और सवालों के जवाब से कंबोडिया टीम ने प्रसन्नचित्त होकर तालियां बजाई। बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी सेवकों को उपहार स्वरूप अंग्रेजी में लिखी गीता, ओडीओपी प्रोडेक्ट व भारत में बनी जैकेट भेंट कर सम्मानित किया। कंबोडिया गु्रप ने डीएम, सीडीओ, सीएमओ को कंबोडिया गमछा भेंट किया। वहीं मसूरी एकेडमी के प्रोफेसर डॉ.बीएस बिष्ट ने एकेडमी के प्रतीक चिन्ह भेंट कर डीएम, सीडीओ को सम्मानित किया। कंबोडिया टीम ने कलेक्ट्रेट और विकास भवन का भ्रमण किया।भवन के बनावट पर नक्शे की प्रशंसा की। इस मौके पर कंबोडिया से आए हुए 40 सिविल सेवकों सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।