डब्ल्यूएचओ की टीम को चीन में मिली एंट्री

कोरोना वायरस की उत्पत्ति के ढूंढ़े जाएंगे साक्ष्य

बीजिंग। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की विशेष टीम चीन पहुंच गई है। 10 सदस्यीय यह टीम चीन में कोविड-19 (कोरोना वायरस) की उत्पत्ति से जुड़े साक्ष्य जुटाएगी। यह टीम चीन की बदनाम वुहान मार्केट भी जाएगी। वैश्विक दबाव के बाद डब्ल्यूएचओ की टीम को चीन में जाने का मौका मिला है। दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप अभी भी कायम है। आरोप है कि चीन की वुहान मार्केट से यह जानलेवा वायरस धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल गया। इस वायरस के कारण कई लाख नागरिकों की मौत हो चुकी है। कोविड-19 (कोरोना वायरस) के चलते विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ा है। वुहान मार्केट से कोरोना वायरस की उत्पत्ति होने की बात से चीन इंकार करता रहा है। ऐसे में डब्ल्यूएचओ ने विशेषज्ञों की टीम चीन भेजने का फैसला लिया था। शुरुआत में चीन इस टीम को प्रवेश देने में आना-कानी करता रहा। वैश्विक दबाव के बाद चीन को झुकना पड़ा। कोरोना वायरस की उत्पत्ति के साक्ष्य ढूंढऩे के लिए डब्ल्यूएचओ की टीम गुरुवार को चीन में पहुंच गई। इस टीम में 10 सदस्य हैं। वहीं, चीन के कुछ प्रांतों में कोरोना वायरस के नए केस पुन: सामने आने के बाद लॉक डाउन की घोषणा कर दी गई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 12 जनवरी को कई माह बाद वहां संक्रमण के नए केस सामने आए हैं। इन 115 मामलों में से 107 स्थानीय स्तर पर संक्रमण के हैं। बाकी बाहर से आए नागरिकों से जुड़े हैं। आयोग ने कहा कि 90 मामले हेबेई प्रांत, 16 मामले हेईलोंग जियांग राज्य और एक शांग्सी प्रांत में सामने आया है। अगस्त के बाद से चीन में एक दिन में 100 से ज्यादा केस नहीं देखे गए थे। चीन पर कोरोना फैलाने का आरोप लग रहा है। अमेरिका ने यह तक दावा किया कि वायरस चीन लैब में विकसित हुआ है, जिससे पूरी दुनिया संकट का सामना कर रही है।