यमुना प्राधिकरण का सबसे बड़ा बजट, 10 हजार करोड़ से होंगे विकास कार्य

यमुना प्राधिकरण इतिहास बना रहा है। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की दूरदर्शिता के चलते यीडा के इतिहास में पहली बार सबसे बड़ा बजट प्रस्तुत किया गया। प्राधिकरण बोर्ड ने मंगलवार को करीब 10 हजार करोड रुपए के बजट पर मुहर लगा दी। बजट के माध्यम से सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने भविष्य की योजनाओं और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में उसकी प्लानिंग करते हुए धरातल पर क्रियान्वयन शुरू कर दिया है। सीईओ की नीतियों के चलते यमुना प्राधिकरण की आमदनी लगातार बढ़ रही है। जब वह प्राधिकरण में आए थे, तब यहां वेतन के लिए भी पैसा जुटाना मुश्किल होता था। आज यमुना प्राधिकरण की गिनती प्रदेश के अति संपन्न विकास प्राधिकरण में हो रही है। प्राधिकरण ने 2021-22 में 404 करोड़ का लाभ कमाया था। यह लाभ 2022-23 में बढ़कर 501 करोड रुपए हुआ। यह वृद्धि करीब 24% है। वर्ष 2023-24 में यीडा का शुद्ध लाभ 600 करोड़ के पार पहुंच जाएगा।

यमुना प्राधिकरण के बजट की महत्वपूर्ण बातें
-प्राधिकरण जमीन अधिग्रहण पर 6000 करोड रुपए से अधिक खर्च करेगा, लैंड बैंक बनाई जाएगी
-यमुना प्राधिकरण की 80वीं बोर्ड बैठक में लिया गया निर्णय, एयरपोर्ट के लिए 700 करोड़ आरक्षित
-भविष्य में जमीन की नहीं होगी कमी 12 से 13 हजार हेक्टेयर का लैंड बैंक तैयार करेगा यमुना प्राधिकरण
– बजट में 702 करोड रुपए जेवर एयरपोर्ट परियोजना के तीसरे चरण के लिए प्रस्तावित
– वित्तीय वर्ष 2022-23 में यीडा के लाभ में 24 फीसद की बढ़ोत्तरी 501 करोड का हुआ शुद्ध लाभ

विजय मिश्रा (उदय भूमि)
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण इतिहास बना रहा है। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की दूरदर्शिता के चलते यीडा के इतिहास में पहली बार सबसे बड़ा बजट प्रस्तुत किया गया। प्राधिकरण के बोर्ड ने मंगलवार को करीब 10 हजार करोड रुपए के बजट पर मुहर लगा दी। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष प्राधिकरण का बजट दोगुना हो गया है। इस बार 6000 करोड़ से अधिक पैसा भूमि अधिग्रहण पर खर्च किया जाएगा। यीडा लैंड बैंक को मजबूत करने पर काम कर रहा है। यह सीईओ की दूरदर्शिता और यीडा के उज्जवल भविष्य को दर्शाता है। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने भविष्य की योजनाओं और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में उसकी प्लानिंग करते हुए धरातल पर क्रियान्वयन शुरू कर दिया है। प्राधिकरण 12 से 13 हजार हेक्टेयर का लैंड बैंक तैयार करेगा। सेक्टर-4 ए, 5, 5ए, 6, 7, 8, 9, 10 और टप्पल बजाना अर्बन सेंटर के लिए जमीन खरीदी जाएगी। विकास कार्यों पर 2000 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे।
यमुना प्राधिकरण की 80वीं बोर्ड बैठक मंगलवार को अध्यक्ष अनिल सागर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम, यमुना प्राधिकरण की एसीईओ श्रुति शर्मा, एसीईओ कपिल सिंह, एसीईओ विपिन जैन, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, ओएसडी शैलेंद्र सिंह, स्टॉफ ऑफिसर टू सीईओ नंदकिशोर सुंदरियाल, जीएम एके सिंह समेत प्राधिकरण बोर्ड के सभी सदस्य शामिल हुए। यह बोर्ड बैठक बजट के लिए बुलाई गई थी। प्राधिकरण के इतिहास में इस बार सबसे बड़ा बजट प्रस्तुत किया गया। प्राधिकरण ने बोर्ड के समक्ष 9992 करोड रुपए का बजट प्रस्तुत किया। पिछली बार की तुलना में यह करीब दोगुना बजट है। इस बजट में यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह की दूरदर्शिता दिखती है। उन्होंने लैंड बैंक बनाने पर जोर दिया ताकि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में विकास परियोजनाओं के लिए आसानी से जमीन मिल सके। प्राधिकरण ने 6063 करोड रुपए जमीन अधिग्रहण पर खर्च करने का निर्णय लिया है। प्राधिकरण दर्जन भर सेक्टरों के लिए जमीन खरीदेगा। इन सेक्टर में प्लास्टिक पार्क, सेमीकंडक्टर पार्क, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग हब, लेदर पार्क आदि किया जाएगा।

नमो भारत ट्रेन के लिए 300 करोड रुपये
यमुना प्राधिकरण मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी पर जोर दे रहा है। प्राधिकरण ने अपने बजट में 702 करोड रुपए जेवर एयरपोर्ट परियोजना के तीसरे चरण के लिए दिया है। गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक प्रस्तावित नमो भारत रेल के लिए 300 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है। इस परियोजना से गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र को फायदा मिलेगा।

बजट में 9,957 करोड़ खर्च का है प्रावधान
यीडा के बजट में 9,957 करोड़ रुपये खर्च का प्रावधान किया गया है। इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि सबसे अधिक व्यय लैंड बैंक डेवलप करने पर होगा। इसके बाद इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपेमेंट और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट पर खर्च को फोकस किया गया है। भूखंड सरेंडर और अलॉटमेंट कैंसिलेशन होने के कारण लगभग 11 करोड़ रुपये आवंटियों को वापस लौटाए जाएंगे।

विकास कार्यों पर 2000 करोड़ खर्च होंगे
प्राधिकरण ने विकास कार्यों पर भी जोर दिया है। यमुना प्राधिकरण अपने क्षेत्र के विकास के लिए 2000 करोड रुपए आरक्षित किए हैं। प्राधिकरण सेक्टर के आंतरिक विकास और गांव के विकास पर यह पैसा खर्च करेगा। प्राधिकरण अपने क्षेत्र के गांव को स्मार्ट विलेज बना रहा है। इसमें भी यह पैसा खर्च किया जाएगा।

650 करोड़ का लोन वापस करेगा यीडा
यमुना प्राधिकरण अपने लोन को कम कर रहा है। प्राधिकरण ने आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 में 650 करोड रुपए लोन वापसी के लिए तय किया है। प्राधिकरण ने जमीन खरीद के लिए प्रदेश सरकार से भी पैसा लिया है। यह पैसा बिना ब्याज के वापस करना होगा।

सीईओ की नीतियों से यमुना प्राधिकरण का लाभ बढ़ा
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह की नीतियों के चलते आमदनी लगातार बढ़ रही है। सीईओ आमदनी बढ़ाने पर लगातार जोर दे रहे हैं। जब वह प्राधिकरण में आए थे, तब यहां वेतन के लिए भी पैसा जुटाना मुश्किल होता था। चर्चाएं होने लगी थी कि यमुना प्राधिकरण को खत्म कर दिया जाएगा या फिर नोएडा या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में इसका विलय हो जाएगा। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। वर्तमान में यमुना प्राधिकरण की गिनती प्रदेश के सबसे संपन्न विकास प्राधिकरण में हो रही है। प्राधिकरण ने 2021-22 में 404 करोड़ का लाभ कमाया था। यह लाभ 2022-23 में बढ़कर 501 करोड रुपए हुआ। यह वृद्धि करीब 24% है। वर्ष 2023-24 में यीडा का शुद्ध लाभ 600 करोड़ के पार पहुंच जाएगा। सीईओ द्वारा इस बात पर अधिक जोर दिया जा रहा है कि यीडा का लाभ किस तरह ज्यादा से ज्यादा बढ़े और औद्योगिक विकास की रफ्तार को तीव्र गति मिले।