11 माह में 12.10 प्रतिशत की वृद्धि, सड़क दुर्घटना में लाएं कमी: गंभीर सिंह

-जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित

गाजियाबाद। जिले में सड़क दुर्घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। ब्लैक स्पॉट पर कार्रवाई नहीं किए जाने और सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि रोकने के लिए किए जा रहे उपाय के बाद भी कमी नहीं आ पा रही है। बुधवार को जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में एडीएम सिटी गंभीर सिंह ने अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक वीरेंद्र कुमार, एआरटीओ प्रशासन राहुल श्रीवास्तव एआरटीओ प्रवर्तन राघवेंद्र सिंह,पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता राम राजा, एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार समेत अन्य विभाग के अधिकारियों, न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के प्रबंधक, बस-ट्रक, टैंपों एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की।

बैठक में एक जनवरी से 30 नवंबर तक बीते साल की अपेक्षा सड़क दुर्घटनाओं में 12.10 प्रतिशत की वृद्धि पाई गई। एडीएम सिटी गंभीर सिंह ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर संभव प्रयास करते हुए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना सुनिश्चित करें। सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य सचिव द्वारा अवगत कराया कि जिला सड़क सुरक्षा समिति से संबंधित निगरानी परिवहन विभाग,यातायात पुलिस, नगर निगम, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण,लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग आदि कार्यदायी संस्थाओं द्वारा की जाती है। पिछले वर्ष की तुलना में इन 11 माह में सड़क दुर्घटनाओं में 12.10 प्रतिशत की वृद्धि हुई हैं। जबकि मृतकों की संख्या में 5 प्रतिशत की कमी सड़क दुर्घटनाओं में आई है। एडीएम सिटी ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी,एनएचएआई, एनसीआरटीसी,नगर निगम व जीडीए, ट्रैफिक पुलिस,परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाए।

बैठक में अवगत कराया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के 30 दिसंबर 2015 द्वारा जारी किए गए निर्देशों व मानकों के अनुसार पिछले तीन वर्षों वर्ष-2020,2021 व 2022 में घटित सड़क दुर्घटनाओं के आधार पर एनएचएआई से संबंधित 06, स्टेट हाइवे से संबंधित 5 एवं जिले की प्रमुख सड़कों से संबंधित 7 समेत कुल 18 सड़क दुर्घटना बाहुल्य स्थलों (ब्लैक स्पॉट) की सूची यातायात निदेशालय लखनऊ द्वारा चिन्हित है। उन्होंने ब्लैक स्पॉटों पर विस्तृत चर्चा की। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि मोहननगर से सीमापुरी बॉर्डर तक बने डिवाइडर एवं रैलिंग को जल्द ऊंचा कराया जाए। अवैध कट को बंद किया जाये। अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक वीरेंद्र कुमार ने अवगत कराया कि मोदीनगर में आरआरटीएस द्वारा यात्रियों को सड़क पार करने के लिए पेडेसट्रियन बनाए गए है। उनकी चौड़ाई अधिक होने से वाहनों का आवागमन होता है।इस पर दुर्घटना की संभावना बनी रहती हैं।

एडीएम सिटी ने आरआरटीएस के अधिकारियों को निर्देशित किया कि उन्हें बंद किया जाए।पेडेसट्रियन की चौड़ाई कम की जाए। ईस्टर्न पेरीफेरेल एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर एंट्री से पहले प्रतिबंधित वाहनों के बड़े-बड़े बोर्ड लगाए जाए।परिवहन विभाग व ट्रैफिक पुलिस हेलमेट, सीट बेल्ट का प्रयोग न करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए चालान बनाए जाए। जनपद के सभी ब्लॉक,तहसील आदि सरकारी कार्यालयों में दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों से आने वाले कर्मचारियों को निर्देशित किया जाय कि वह हेलमेट एवं सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करें। इसका शपथ पत्र भी लिया जाय और उनको सड़क सुरक्षा की शपथ भी दिलाई जाए।

कोहरे को दृष्टिगत रखते हुए सभी स्कूलों के वाहनों में रिफ्लेक्टिव टेप एवं फिटनेस की जांच अभियान चलाकर की जाए। ताकि कोई भी अप्रिय दुर्घटना घटित न हो। एआरटीओ प्रवर्तन राघवेंद्र सिंह ने बताया कि सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के अंतर्गत परिवहन विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा माल,यात्री वाहनों में ओवरलोडिंग, गलत नंबर प्लेट, बिना एचएसआरपी प्लेट, सड़क किनारे खड़े वाहनों रिफ्लेक्टिव टेप, यातायात नियमों के उल्लघन करने पर कार्रवाई करते हुए 48 वाहनों का चालान किया गया।