गालंद में वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट के लिए 1400 करोड़ रुपए का होगा निवेश

-नगर आयुक्त ने नीदरलैंड की मैसर्स जीसी इंटरनेशनल कंपनी के निदेशक एवं प्रतिनिधि के साथ की समीक्षा बैठक

गाजियाबाद। हापुड़ जनपद के पिलखुवा के पास गांव गालंद की जमीन पर प्रस्तावित वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट बनाने के लिए अब कवायद तेज होगी। सोमवार को नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने कैंप ऑफिस पर नीदरलैंड की मैसर्स जीसी इंटरनेशनल कंपनी के निदेशक एवं प्रतिनिधि के साथ गालंद मे बनने वाले वेस्ट -टू-एनर्जी प्लांट को लेकर इसकी समीक्षा बैठक की।बैठक में स्वास्थ्य एवं निर्माण विभाग के अधिकारी नगर निगम के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार, अधिशासी अभियंता देशराज सिंह, अधिशासी अभियंता फरीद अख्तर जैदी आदि की मौजूदगी में विस्तार से चर्चा की गई।

नगर आयुक्त ने डॉ. नितिन गौड़ ने बताया कि नीदरलैंड की कंपनी जीसी इंटरनेशनल द्वारा 1400 करोड़ रुपए का निवेश कर वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगाया जाएगा। इसमें टीपीडी 2500 मीट्रिक टन रहेेगी।इसके साथ ही भाप और बिजली का उत्सर्जन होगा। इस प्लांट के विकसित होने के बाद शहर में नगर निगम सीमा में निकलने वाले कूड़ा-कचरे का नि:शुल्क निस्तारण किया जाएगा।इसको लेकर बैठक में विस्तार से चर्चा की गई।

नगर आयुक्त ने बताया कि गालंद में बनने वाले वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट की लगातार तैयारी के चलते हापुड़ जनपद की जिलाधिकारी मेधा रूपम एवं एसपी अभिषेक वर्मा से गालंद में जमीन पर जल्द कब्जा दिलाने के लिए वार्ता की गई। ताकि वहां पर वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट का निर्माण शुरू हो सकें। नगर निगम के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी ने बताया कि गालंद में टीम के साथ समय-समय पर भूमि की बाउंड्रीवाल कराने के लिए प्रयास किए गए।

मगर किसानों ने विरोध किया। इसको लेकर जल्द ही वहां पर प्लांट की जमीन पर चाहरदीवारी कराने के लिए कार्रवाई शुरू की जाएगी। नगर आयुक्त ने बताया कि शहर से निकलने वाले रोजाना करीब 1400 से 1500 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण करने की योजना बनाई जा रही है। कूड़े की गुणवत्ता मात्रा क्लोरिक वैल्यू आदि के लिए भी आईआईटी आदि प्रतिष्ठित संस्था से सर्वे कराने की प्लानिंग की जा रही है। बैठक में गालंद में प्रस्तावित वेस्ट-टू एनर्जी प्लांट के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति के बारे में चर्चा की गई।