गाजियाबाद के 38 विद्यालयों को मिला स्वच्छ विद्यालय का पुरस्कार

ऑपरेशन कायाकल्प ने बदली जनपद के 38 स्कूलों की तस्वीर: सीडीओ
-बेसिक शिक्षा की बुनियादी जरूरत शिक्षक का विद्यार्थियों के साथ इंटरेक्शन: बीएसए

गाजियाबाद। भारत सरकार द्वारा आयोजित स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार प्रतियोगिता 2021-22 में जनपद गाजियाबाद के 19 परिषदीय विद्यालयों ने अपनी श्रेष्ठता साबित की है। ऑपरेशन काया कल्प के तहत इन विद्यालयों में बेहतर सुधार देखने को मिला है। 4 प्रधान, पार्षद, बीईओ, 2 जिला समन्वय एवं 5 हेड मास्टरों की मेहनत भी रंग लाई है। इन विद्यालयों को अब स्वच्छ विद्यालय का पुरस्कार मिला है। चयनित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, ग्राम प्रधानों एवं पार्षदों को सम्मानित किया गया। शुक्रवार को प्राइवेट एवं परिषदीय 38 विद्यालयों को स्वच्छता का प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।

मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) विक्रमादित्य सिंह मालिक ने कहा कि बेसिक शिक्षा हमारी शिक्षा व्यवस्था का आधार है। यदि हमने नींव पक्की कर ली तो कल हम एक सुशिक्षित एवं सुव्यवस्थित समाज तैयार करने में सक्षम होंगे। प्रदेश सरकार द्वारा संचालित ऑपरेशन कायाकल्प से विद्यालयों में अभूतपूर्व परिवर्तन हुए हैं। अब तक हम मिशन प्रेरणा के लिए काम कर रहे थे। लेकिन अब नव निर्धारित लक्ष्यों के साथ हम निपुण भारत के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए पूर्ण निष्ठा के साथ काम करेंगे।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) विनोद कुमार मिश्रा द्वारा चयनित विद्यालयों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए स्वच्छता की निरंतरता को बनाए रखने के लिए अपेक्षा की गई। उन्होंने कहा शिक्षा हित में जो विद्यालय भी नवाचार एवं क्रियात्मक कार्य करेंगे उन्हें सदैव सहयोग एवं प्रोत्साहन दिया जाता रहेगा। मुख्य विकास अधिकारी एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा चयनित विद्यालयों के प्रधान अध्यापकों व शिक्षकों को सम्मान प्रतीक एवं प्रशंसा पत्र भेंट किए गए। जिसमें परिषदीय विद्यालयों के साथ-साथ निजी विद्यालयों के नाम भी सम्मिलित थे।

ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत विद्यालयों के रखरखाव, कायाकल्प, फर्नीचर, शौचालय एवं पानी की व्यवस्था, कोविड-19 के लिए ली जाने वाली सावधानियां, हैंड वॉश एवं साबुन की उपलब्धता, इत्यादि मानकों पर खरे उतरने वाले विद्यालयों को फाइव स्टार रेटिंग प्रदान की गई। इस क्रम में स्वच्छ विद्यालय के पांच प्रधानाध्यापकों, पांच ग्राम प्रधान/पार्षदो, आठ विद्यालय-ओवरऑल कैटेगरी तथा तीस विद्यालयों को भिन्न-भिन्न कैटेगरी के अंतर्गत पुरस्कृत किया गया। प्राथमिक विद्यालय खुरर्मपुर 1, मुरादनगर की प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी त्यागी को भी ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार दिया गया।

बीएसए विनोद मिश्रा ने कहा आपरेशन कायाकल्प के तहत जनपद के परिषदीय विद्यालयों की हालत सुधारने को जमीनी स्तर पर काम किया गया। इसमें प्रधानाध्यापक, शिक्षक, ग्राम प्रधान और पार्षद सभी ने मिल-जुलकर सहयोग दिया। अच्छी सोच एवं नीयत से काम किए जाने का परिणाम भी बेहतर आया है। आगे भी परिषदीय विद्यालयों की स्थिति सुधारने को हरसंभव प्रयास किए जाते रहेंगे। उन्होंने प्रधानाध्यापक, शिक्षक, ग्राम प्रधान और पार्षद और सामाजिक संस्थाओं से अपील करते हुए कहा कि जिस तरह आप अपने घर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए कार्य करते है। ठीक उसी तरह शिक्षा के इस मंदिर स्कूलों को भी स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में सहयोग प्रदान करें।

बीएसए ने कहा बेसिक शिक्षा की बुनियादी जरूरत शिक्षक का विद्यार्थियों के साथ इंटरेक्शन है। शिक्षा के स्तर को ऊंचा रखने के लिये हमे तकनीक के साथ जुडऩा होगा। एक भी बच्चा स्कूल जाने से न बचे, यह जिम्मेदारी अभिभावकों के साथ शिक्षकों को भी निभानी होगी। विद्यालय के लिए धार्मिक स्थल जैसा भाव होना चाहिए। अपने बच्चों को भी विद्यालय ले जाइए। बच्चों को समाज से जोडि़ए काटिए नहीं। उन्होने कहा कि सकारात्मक भाव बच्चे का जीवन बदल देगा। छात्रों में आदर और देश के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी पैदा करना है।

राजापुर ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी सर्वेश कुमार को सर्वाधिक कायाकल्प प्रतिशत प्राप्त करनेके लिए पुरस्कृत किया गया। अंत में डीसी एमआईएस रुचि त्यागी, डीसी निर्माण विश्वास कुमार गौतम, एसआरजी पूनम शर्मा को भी सहयोग प्रदान करने के लिए सम्मानित किया गया। इसके साथ ही सीडीओ द्वारा बीएसए को विद्यालयों की बदलती हुई तस्वीर, विद्यालयों में छात्र नामांकन एवं शैक्षिक गुणवत्ता के लिए किए जा रहे नित नए प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया।