पुरानी रंजिश एवं वर्चस्व की लड़ाई में ढाई साल बाद प्रिन्स का पहले दबाया गला फिर पेट्रोल डालकर लगा दी आग, 4 गिरफ्तार

गाजियाबाद। ढाई साल पुरानी रंजिश एवं वर्चस्व की लड़ाई को लेकर हुई प्रिंस हत्याकांड की घटना का थाना ट्रोनिका सिटी पुलिस ने खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने पुरानी रंजिश एवं वर्चस्व की लड़ाई को लेकर प्रिंस को पहले शराब पिलाई और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को पेट्रोल जला दिया था। हरसांव पुलिस लाइन में हत्या की घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी (ग्रामीण) रवि कुमार ने एसीपी लोनी रजनीश कुमार उपाध्याय की मौजूदगी में बताया कि 12 जून को थाना ट्रोनिका सिटी में श्रीपाल पुत्र छग्गा निवासी ग्राम अगरौला ने अपने पुत्र पिं्रस की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

पीडि़त की शिकायत पर जांच करते हुए 12 जूर्न को ग्राम अबुपुर के जंगल थाना निवाड़ी में एक अज्ञात व्यक्ति का जला हुआ शव बरामद हुआ था। 13 जून को श्रीपाल ने व्यक्ति की पहचान अपने पुत्र प्रिंस के रुप में की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जहां रिपोर्ट में सामने आया कि प्रिंस को जलाने से पहले उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। घटना के खुलासे के लिए सर्विलांस एवं मैनुअज इनपुट के माध्यम से थाना ट्रोनिका सिटी प्रभारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी एवं स्वाट टीम डीसीपी ग्रामीण की संयुक्त टीम ने रविवार को अंकित पुत्र सतवीर, आशीष पुत्र बाबूराम, सुमित उर्फ भोला पुत्र रामवीर निवासी ग्राम अगरौला एवं शिवा मलिक पुत्र धनराज निवासी ग्राम लूम छपरौली जिला बागपत को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त दो गाड़ी स्विफ्ट डिजायर सफेद व लाल रंग बिना रजिस्टेशन के बरामद हुई।

डीसीपी ने बताया 12 जून को प्रिंस को सुमित उर्फ भोला व शिवा मलिक पार्टी करने के बहाने से गांव से साथ लेकर अगरौला गांव स्थित टंकी के पास लेकर आये थे। जहां पर दो स्विफ्ट गाडियों मे आशीष तंवर व अंकित तंवर अपनेे अन्य साथी अलत्मश पुत्र छोटू, रितेश पुत्र सुभाष निवासीगण अगरौला भी मौजूद थे। दोनों गाडी मे पहले से ही शराब व बियर की बोतले रखी थी। जिसके बाद सभी लोग गाडी मे बैठकर शराब पीते हुए लोनी तिराहे की तरफ से टीला मोड थाने के सामने से होते हुये नहर पटरी रोड़ पर जा रहे थे। जब आरोपियों ने गाड़ी मे बैठे प्रिन्स को शराब पिलाकर ज्यादा नशा करा दिया और जब प्रिंस शराब के नशे में बेहोशी की हालत में हो गया।

जिसके बाद आरोपियों ने ढाई साल पुरानी प्रिन्स और सुमित उर्फ भोला व आशीष की पुरानी रंजिश व गांव में प्रिंस और सुमित उर्फ भोला व आशीष के बीच वर्चस्व की लड़ाई की खुन्नश निकालने के लिए प्रिंस को मारने की पहले से ही योजना बनाई हुई थी। योजना अनुसार उसे गाड़ी में बैठाया और फिर शराब पिलाई। जब प्रिन्स शराब के नशे में धुत हो गया तो गाड़ी को रास्ते में ही रोक कर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद प्रिन्स के शव को गाड़ी में डालकर नहर पटरी रोड पर ही आगे चलकर निवाडी गांव के पास जंगल में ले गए। वहां जाकर गाड़ी में रखे पेट्रोल की कैन बाहर निकाल कर प्रिन्स के शव को जला दिया। जिसके बाद हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए थे।