अग्निपथ योजना : आंदोलन की आग फैलने से रोक रहे दो काबिल पुलिस अधिकारी, प्रेरित होकर हठ छोड़ रहे युवा

गाजियाबाद। पैगम्बर मोहम्मद को लेकर उभरा विवाद अभी पूरी तरह्र से शांत भी नहीं हो पाया है कि अग्निपथ योजना के खिलाफ आग भड़क गई है। विरोध की चिंगारी देश की राजधानी दिल्ली से सटे जनपद गाजियाबाद में भी पहुंच चुकी है। जनपद के अलग-अलग हिस्सों में युवाओं का आक्रोश देखने को मिला है। सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी में जुटे युवा अग्निपथ योजना से काफी नाराज दिखाई दे रहे हैं। गनीमत यह है कि गाजियाबाद में शांति एवं कानून व्यवस्था पर नियंत्रण कायम है। इसका श्रेय पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों को दिया जा रहा है।

आंदोलनकारी युवाओं के बीच जाकर ये अधिकारी ना सिर्फ उन्हें समझा रहे हैं बल्कि आवेश में आकर कोई गलत कदम न उठाने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं। दरअसल विपक्षी दल भी इस मामले में सियासत करने से बाज नहीं आ रहे। विपक्षी दलों के कुछ नेता पर्दे के पीछे रहकर युवाओं के अलावा शरारती तत्वों को उकसा कर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। इसे लेकर पुलिस भी खासी सतर्क है। अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं में खासा गुस्सा है। वह केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की पुरजोर मांग कर रहे हैं। गाजियाबाद में भी अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं में आक्रोश है। पिछले कुछ दिनों से जिले के किसी न किसी हिस्से से विरोध-प्रदर्शन की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर दौडऩा पड़ रहा है। अच्छी बात यह है कि गाजियाबाद में अब तक कोई बड़ा आंदोलन खड़ा नहीं हो पाया है।

युवाओं के छोटे-छोटे ग्रुप जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन कर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। अग्निपथ योजना के खिलाफ गाजियाबाद में आंदोलन को बढऩे से रोकने में पुलिस अधीक्षक (देहात) डॉ. ईरज राजा और पुलिस क्षेत्राधिकारी (प्रथम) स्वतंत्र सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका सामने आई है। आंदोलनकारी युवाओं की भीड़ के बीच ये अधिकारी पहुंच कर उन्हें समझा-बुझाकर शांत करने में सफल हो रहे हैं। दोनों अधिकारियों की कुशल कार्यप्रणाली एवं युवाओं से संवाद का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे देखकर हर कोई इन अधिकारियों की प्रशंसा कर रहा है। उधर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने भी एसपी (देहात) और सीओ (प्रथम) के काम-काज से प्रसन्न होकर वीडियो जारी किया है। यानी पुलिस कप्तान को भी इन अधिकारियों की वर्किंग स्टाइल काफी पसंद आई है।

डॉ. ईरज राजा
पुलिस अधीक्षक (देहात)

पुलिस अधीक्षक (देहात) डॉ. ईरज राजा कहते हैं कि समाज में शांति एवं कानून व्यवस्था को बनाए रखना पुलिस की जिम्मेदारी है। यदि कोई भ्रमित होकर कानून को हाथ में लेने की कोशिश करता है तो पुलिस की प्राथमिकता उसे समझा-बुझाकर शांत करने और सही रास्ता दिखाने की होती है। अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं में भ्रम ज्यादा फैल गया है। जिसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। पढ़े-लिखे युवा बात को समझ भी रहे हैं। युवाओं से संवाद कर उन्हें समझाया जा रहा है कि यह योजना उनके हित में है। युवाओं को जल्दबाजी में कोई ऐसा कदम नहीं उठानी चाहिए, जिससे उनके कैरियर पर प्रतिकूल असर पड़े। एसपी का कहना है कि युवाओं को समझाने के प्रयास में कामयाबी भी मिल रही है।

स्वतंत्र सिंह
पुलिस क्षेत्राधिकारी (प्रथम)

पुलिस क्षेत्राधिकारी (प्रथम) स्वतंत्र सिंह का कहना है कि अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं को आंदोलित होने से रोकने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। युवाओं को इस योजना के लाभ के संदर्भ में बताया जा रहा है। युवाओं से कहा गया है कि वह गलत-फहमी का शिकार न हों बल्कि अपने दोस्तों के साथ आपसी संवाद कर अग्निपथ योजना के सकारात्मक पहलुओं को लेकर अपना ज्ञानवद्र्धन करें। क्योंकि कानून व्यवस्था बिगडऩे की सूरत में पुलिस को कानूनी कार्रवाई करनी पड़ेगी। ऐसा होने पर युवाओं का कैरियर तबाह हो सकता है। युवाओं को समझाया गया है कि वह भर्ती की तैयारी को लेकर उनसे मशविरा कर सकते हैं। हम कुछ ऐसी बुक्स बता सकते हैं, जिनका अध्य्यन करने से सलेक्शन में और ज्यादा मदद मिल सकेगी।