अति खतरनाक कारखानों में संभावित दुर्घटना से निपटने को रहे तैयार: राकेश कुमार सिंह

  • संभावित दुर्घटनाओं से निपटने व उसके प्रभाव को सीमित व नियंत्रित करने के लिए बैठक सम्पन्न

गाजियाबाद। जिले में अति खतरनाक कारखानों से जनित संभावित दुर्घटनाओं से निपटने एवं उसके प्रभाव को सीमित व नियंत्रित करने के लिए अधिकारी तैयार रहे। इसके लिए विभागों के अधिकारी आपसी समन्वय बना रहे। सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह,एडीसीपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा,उपायुक्त उद्योग श्रीनाथ पासवान,कृपांशु गुप्ता,डॉ.रविंद्र,मुख्य सेफ्टी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह, रवि भूषण शर्मा, राजू राय, मयूर दयाल, मंयक, रितेश कुमार यादव,विमलेश,डॉ.बीके भारद्वाज, जेके मलिक, योगराज,विकास कुमार,देशराज सिंह,दिग्विजय सहित अन्य अधिकारियों के साथ कारखानों को लेकर बैठक की।उन्होंने अति खतरनाक कारखानों में बने ऑन व ऑफ  साइट इमरजेंसी प्लान के रिहर्सल किए जाने के लिए जिला आपदा ग्रुप व लोकल आपदा ग्रुप की समीक्षा की। बैठक में रेस्क्यू अग्निशमन विभाग,मुख्य चिकित्सा अधिकारी,परिवहन विभाग,नागरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में दिशा-निर्देश दिए।

सहायक निदेशक कारखाना कृपांशु गुप्ता एवं सुरेंद्र बहादुर ने अति खतरनाक कारखानों से संभावित दुर्घटनाओं के बारे में अवगत कराया। आपदा नियंत्रण से निपटने के लिए बनाई गई कोआर्डिनेशन कमेटी को तत्पर रहने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने सभी समन्वय समितियों के अध्यक्ष को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने विभाग से संबंधित कार्ययोजना तथा विभाग में उपलब्ध संसाधनों,अतिरिक्त अन्य स्रोतों से प्राप्त किए जाने वाले संसाधनों,संपर्क व्यक्तियों के मोबाइल नंबर सहित तैयार कर निश्चित रूप से सहायक निदेशक कारखाना कार्यालय कलेक्ट्रेट में प्राप्त कराई जाए।

जिलाधिकारी ने जिले के ऑफ साइट इमरजेंसी प्लान के रिहर्सल के लिए मैसर्स इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन,एलपीजी बॉटलिंग प्लांट लोनी को 16 दिसंबर को दोपहर तीन बजे रिहर्सल कराने की संस्तुति की गई।उन्होंने कहा कि दुर्घटना के समय संबंधित विभागों में आपसी समन्वय बना रहे।इसके लिए सभी के नंबर अपडेट होने चाहिए। ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना ना हो। इसके लिए समय-समय पर फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया जाना चाहिए। दुर्घटना में जानमाल का नुकसान ना हो। इसके लिए मॉक ड्रिल करवाएं। जिससे दुर्घटना के समय किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहे। इसकी कार्यवृत बनाकर संबंधित विभागों के साथ जल्द ही बैठक करें।