भारत बंद : किसानों ने फिर भरी हुंकार, मुख्य मार्गों पर सन्नाटा

गाजियाबाद। केंद्र सरकार द्वारा लागू नए कृषि कानूनों के खिलाफ लंबे समय से आंदोलनरत किसानों ने सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया। किसान आंदोलन के कारण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे (डीएमई) और राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर यातायात बाधित रहा। दोनों रूट पर वाहन संचालन की अनुमति न मिलने से नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गंतव्य पर जाने के लिए वाहन चालकों ने वैकल्पिक रूट को पकड़ा, मगर वहां वाहनों का दबाव एकाएक बढ़ने से जाम की विकट समस्या उत्पन्न हो गई। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले कई माह से आंदोलन कर रहे हैं। काफी समय से केंद्र सरकार और किसानों के मध्य वार्ता भी नहीं हो सकी है। नाराज किसान संगठनों ने सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया है। भारत बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला। हालाकि किसान आंदोलन के चलते दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे (डीएमई) और राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर यातायात बाधित रहा। सप्ताह का पहला दिन होने के कारण सड़कों पर यातायात का दबाव अत्याधिक था। दो-दो मुख्य मार्ग पर जाने की अनुमति न मिलने से वाहन चालकों की खूब फजीहत हुई। यातायात डायवर्जन की वजह से विभिन्न स्थानों पर जाम की गंभीर समस्या देखने को मिली। आंदोलनकारी किसानों ने यूपी गेट पर सोमवार की प्रात: 6 बजे से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे और एन.एच.-24 की दिल्ली से मेरठ की तरफ जाने वाली लेन को बंद कर दिया था। किसानों ने नए कृषि कानूनों को वापस लेने की पुरजोर मांग की। दिल्ली से मेरठ की तरफ जाने को वाहनों को महाराजपुर, सीमापुरी व भोपुरा बॉर्डर से आगे भेजा गया। इन्हीं बॉर्डर से वाहन चालकों ने दिल्ली में प्रवेश भी किया है। वाहनों का दबाव बढ़ने से संबंधित बॉर्डर पर जाम की चिंताजनक स्थिति रही। जाम में एंबुलेंस भी फंस गई। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से एंबुलेंस के लिए रास्ता प्रशस्त कराया। उधर, भारत बंद के समर्थन में विपक्षी दल भी विरोध-प्रदर्शन कर सकते हैं। इस आशंका को ध्यान में रखकर जनपद में पुलिस-प्रशासन काफी सतर्क रहा।