मॉडर्न कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज में रक्तदान शिविर का आयोजन

रक्तदान किसी एक व्यक्ति की जान नहीं उसके परिवार की आशाओं को भी रखता है जीवित: निशा सिंह
मानव रक्त का उत्पादन किसी भी मशीन में संभव नहीं, खून की आपूर्ति मानव रक्त से ही संभव: विनीत गोयल

गाजियाबाद। मॉडर्न कॉलेज ऑफ लॉ, मॉडर्न कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज एवं अमृत मंथन वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, गौतमबुद्ध नगर और राष्ट्रीय चैरिटेबल ब्लड सेंटर नोएडा के सहयोग से 12 बजे से शाम 4 बजे बजे महाविद्यालय परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने रक्तदान कर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाई। रक्तचाप, हिमोग्लोबिन तथा अन्य परीक्षणों के पश्चात 30 के करीब छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने रक्तदान किया।

महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर निशा सिंह ने बताया समय-समय पर महाविद्यालय जन सरोकारों से संबंधित इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। इन सामुदायिक कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज के जरूरतमंद लोगों को जीवन रक्षक सुविधाएं मुहैया कराना है। उन्होंने बताया युवा वर्ग को यह समझना होगा कि किसी भी खुशी मौके पर फिजूलखर्ची करने की बजाए रक्तदान जैसे समाजहित के कार्य करने चाहिए, जिससे अन्य लोगों का भला हो सके तथा यह सबका कर्तव्य है कि युवा वर्ग को समाजहित के कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदार बनने के लिए प्रेरित करें।

प्रोफेसर निशा सिंह ने कहा कि रक्तदान किसी एक व्यक्ति की जान को तो बचाता ही है बल्कि साथ-साथ में कुछ व्यक्ति के जीवन से जुड़े अन्य परिवारजनों की आशाओं को भी जीवित रखता है, क्योंकि यह किसी भी रक्तदाता को पता नहीं होता कि उसके द्वारा दान किया गया रक्त कितने जरूरतमंद व्यक्ति को मिल रहा है महाविद्यालय के सचिव विनीत गोयल ने बताया मानव रक्त का उत्पादन किसी भी मशीन में संभव नहीं है, इसलिए जरूरत पडऩे पर खून की आपूर्ति मानव के रक्त से ही संभव है। ऐसे में जरूरी है कि हम लोग ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करें ताकि आपात स्थिति में वह जिदगी और मौत से जूझ रहे जरूरतमंद व्यक्ति के काम आ सके।

रक्तदान करने वाले व्यक्ति के शरीर पर रक्तदान करने से कोई भी दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और उसकी ओर से दिया गया रक्त भी मात्र 24 घंटे में ही पूरा हो जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति 60 साल की उम्र तक निसंकोच रक्तदान कर सकता है और लंबे समय तक रक्तदान करने वाला व्यक्ति अन्य के मुकाबले ज्यादा स्वस्थ रहता है। शिविर में महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर निशा सिंह के साथ समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष एवं प्रवक्ता गण उपस्थित रहे।