न्याय मंत्रालय के सहयोग से कैमकुस लॉ कॉलेज ने किया नेशनल वर्कशॉप का आयोजन

गाजियाबाद। भागीरथ सेवा संस्थान द्वारा संचालित कैमकुस कॉलेज ऑफ लॉ द्वारा भारत सरकार के विधि एवं न्याय मंत्रालय, सीरा एवं एनएलएसआईयू (बैगलूरू) के सहयोग से आईएमए भवन में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका विषय कानूनी साक्षरता एवं कानूनी जागरूकता था। इस अवसर पर पर्यावरण, विधि एवं नीति विषय पर कॉलेज द्वारा प्रकाशित लॉ जर्नल का विमोचन भी किया गया।


कार्यशाला के मुख्य अतिथि इलाहाबाद उच्च न्यायलय के जज केजे ठक्कर रहे। जज केजे ठाकुर ने वर्चुअली कार्यशाला में मौजूद रहे। विधिक साक्षरता एवं जागरूता विषय पर आपने व्याख्यान में बताया कि पर्यावरण सम्बन्धित विधि 1976 से पूर्व बहुत अधिक विकसित अवस्था मे नहीं थी। साथ ही उन्होंने पर्यावरण से सम्बन्धित साक्षरता को बढ़ावा देने की बात की। कार्यशाला में आये अपर सत्र न्यायाधीश पांडेय, अपर सत्र न्यायाधीश यादव, रीता सिन्हा, सीजेएम संजीव कुमार पाण्डेय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव नूतन द्विवेदी ने विषय पर छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर दिए। इस कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि के रूप डॉ अनुराग दीप (प्रो, इन्डियन लॉ इन्स्टियूर, नई दिल्ली) एवं अन्य अतिथिगण के रूप के कुसुमाकर शुक्ला (अध्यक्ष, भागीरथ सेवा संस्थान), डॉ सांई राम भट्ट (प्रो, नेशनल लॉ यूनीवर्सिटी, बैंगलूरू एवं सहायक, (सीरा), करुणाकर शुक्ला, (डायरेक्टर, कैमकुस कॉलेज ऑफ लॉ), डॉ संजीव कुमार त्यागी (प्राचार्य, कैमकुस लॉ कॉलेज) उपस्थित रहे।

कार्यशाला का समापन विशिष्ट अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश जीतेन्द्र कुमारा सिन्हा ने भागीरथ सेवा संस्थान एवं कैमकुस लॉ कॉलेज को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए किया। उन्होंने संस्थान के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की कार्यशाला भविष्य में भी होती रहनी चाहिए।