चक्रवर्ती तूफान ताउते ने गाजियाबाद को भी प्रभावित किया

गाजियाबाद। चक्रवर्ती तूफान ताउते का असर जनपद गाजियाबाद पर भी पड़ा है। बुधवार की सुबह से गुरुवार की सुबह तक बारिश होने से जगह-जगह जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। इससे आवागमन पर प्रतिकूल असर पड़ा। जलभराव के बाद नगर निगम के नालों की सफाई और जल निकासी के दावे की पोल भी खुल गई है। बारिश की वजह से विभिन्न कॉलोनियों में पानी भर गया। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के आदेश पर नगर निगम द्वारा मानसून से पहले शहर के सभी छोटे-बड़े नालों की सफाई शुरू करा दी गई है, मगर बारिश के कारण कई कॉलोनियों में पानी भरने के बाद नागरिकों का बाहर निकलना दूभर हो गया। मगर बारिश की वजह से कई कॉलोनियों में पानी भरने के बाद लोगों का बाहर निकलना दूभर हो गया। कॉलोनी में पानी भरने के बाद इसकी शिकायत नगर निगम के अधिकारियों से की गई। हालांकि शिकायत मिलने के बाद कुछ कॉलोनियों से पानी सड़कों से निकालने का कार्य शुरू कर दिया गया। शहर में गांधीनगर,गऊशाला अंडर ब्रिज,प्रताप विहार,पटेल नगर,वाल्मिकी कुंज,सेक्टर-23संजयनगर,चिरंजीव विहार,मिर्जापुर,अर्थला, हिंडन विहार,राजेंद्र नगर,भोपुरा, इंदिरापुरम,वसुंधरा,भूड़ भारत नगर,साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के पास बने अंडर ब्रिज में भी जलभराव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं,गोविंदपुरम बिजलीघर से लाइन में फॉल्ट आने के बाद बुधवार की सुबह 11 बजे से गुरूवार की 9 बजे तक बिजली नहीं आई। बिजली नहीं आने की वजह से लोगों के इन्वर्टर भी चार्ज न होने की वजह से बंद हो गए। बिजली विभाग के उप खंड अधिकारी उमाकांत शर्मा ने बताया कि लाइन में फॉल्ट आने की वजह से बिजली आपूर्ति नहीं की जा सकी। रात में भी टीमों को लगाया गया। मगर गुरूवार की सुबह 9 बजे तक ही फॉल्ट ठीक होने के बाद आपूर्ति सुचारू रूप से की गई। बता दें नगर निगम सीमा क्षेत्र में 580 छोटे-बड़े नाले है। शहर में नालों की सफाई का कार्य भी शुरू कर दिया गया हैं। मगर रूक-रूककर हुई बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी। पटेल नगर और वाल्मिकी कुंज में सड़क और घरों तक में पानी भर जाने से बुरा हाल है। मेरठ रोड स्थित मूवी वल्र्ड से मेरठ तिराहा और महामाया स्टेडियम के पास से होते हुए विजयनगर की ओर जाने वाले नाले का पानी ओवरफ्लो होकर सोसायटियों में पहुंच गया। इसकी वजह से 500 से ज्यादा घरों के लोग परेशान हो गए। घरों के अंदर नाले का पानी जाने के कारण गंदगी भी हो गई। आरोप है कि जल निकासी के लिए कई बार शिकायत की गई है। पिछले साल नाले का जीर्णोंद्धार भी कराया गया था लेकिन नाले की गहराई और चौड़ाई कम होने के कारण जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई। कुछ घंटे की बारिश में ही नाले का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में पहुंचने लगा है। जलभराव की इंटरनेट मीडिया पर भी लोग तस्वीरें अपलोड़ कर नगर निगम और क्षेत्र के पार्षद से भी सवाल कर रहे हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार का कहना है कि जल निकासी के लिए नगर निगम द्वारा नालों-नालियों की सफाई का कार्य कराया जा रहा है। कुछ स्थानों पर नालो और नालियों के ऊपर अवैध निर्माण होने के कारण सफाई नहीं हो पाई है। सोसायटियों और कालोनियों में जलभराव की सूचनाएं मिली हैं। उन कॉलोनियों की पानी निकासी कराई गई। जलभराव की सूचना मिलने पर पानी निकाला गया।