नगर आयुक्त ने किया स्वास्थ्य व निर्माण के अधिकारियों के साथ गालंद का निरीक्षण

-गालंद में डंपिंग ग्राउंड की जल्द कराए चारदीवारी: डॉ. नितिन गौड़

गाजियाबाद। हापुड़ जनपद के पिलखुवा के पास गांव गालंद की करीब 42 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित डंपिंग ग्राउंड एवं वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट की जमीन पर नगर निगम अब जल्द बाउंड्रीवाल कराएगा। बाउंड्रीवाल का कार्य पुलिस फोर्स की मौजूदगी में कराया जाएगा। इस बार विरोध करने वाले लोगों पर सख्ती हागी। नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने चाहरदीवारी कराते वक्त पुलिस बल की मांग की है। रविवार को नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने अपर नगर आयुक्त शिव पूजन यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार, निगम के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ गौतम आदि की मौजूदगी में गालंद में प्रस्तावित डंपिंग ग्राउंड की जमीन का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। नगर आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को जमीन की जल्द चारदीवारी कराने के निर्देश दिए।

नगर आयुक्त ने गालंद में बिल्डरों द्वारा खरीदी गई करीब 42 एकड़ जमीन के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए नगर निगम द्वारा कूड़ा निस्तारण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली भूमि पर जल्द कब्जा लेने के निर्देश दिए। उन्होंने जमीन पर कब्जा लेते हुए साथ ही भूमि की बाउंड्रीवाल कराने के लिए चीफ इंजीनियर को निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से यहां पर कार्य को पूरा कराते हुए इसकी रिपोर्ट पे्रेषित की जाए। इसके लिए निगम के संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ गौतम को सभी आवश्यक कार्रवाई करते हुए मौके पर टीम के साथ उपस्थित रहते हुए निर्माण विभाग से समन्वय कर बाउंड्रीवाल का कार्य जल्द कराने के निर्देश दिए। गालंद में नगर निगम के अधिकारी अब योजनाबद्ध तरीके से कार्य कराएंगे।

बता दें कि हाइटेक सिटी विकसित करने वाले बिल्डरों द्वारा गालंद गांव में 42 एकड़ जमीन खरीदी गई है।ताकि वेव सिटी और नगर निगम द्वारा शहर का कूड़ा निस्तारित किया जा सकें।यहां पर वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट भी लगना हैं।प्रदेश सरकार और नीदरलैंड की कंपनी जीसी इंटरनेशनल कंपनी के बीच करीब 4 साल पहले एमओयू साइन हो चुका हैं।डेढ़ साल पहले नीदरलैंड की कंपनी के अधिकारियों ने साइट का निरीक्षण कर यहां पर बाउंड्रीवाल कराने को कहा था।नगर निगम के निर्माण विभाग जैसे ही यहां पर कार्य शुरू कराया तो गांव के लोगोंं ने इसका विरोध करते हुए टीम की पिटाई कर यहां से भगा दिया था और चाहरदीवारी गिरा दी थी। यह काम तभी से बंद है।

वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगने से यहां पर कूड़े से बिजली बनाई जाएगी। मगर जमीन पर भौतिक रूप से कब्जा लेने और जमीन की बाउंड्रीवाल कराने को लेकर वहां के किसानों को विरोध के चलते कार्य शुरू नहीं हो पाया। नगर आयुक्त डॉ.नितिन गौड़ का कहना है कि हापुड़ के जिलाधिकारी एवं एसपी से जमीन पर निर्माण कार्य शुरू कराए जाने को लेकर वार्ता हो चुकी हैं। गालंद गांव की इस जमीन पर कब्जा लेकर जल्द बाउंड्रीवाल का कार्य शुरू कराया जाएगा।