स्वच्छता सर्वेक्षण 2023: वर्चुअल बैठक में नगर आयुक्त ने पेश की कार्यवाही रिपोर्ट

शहर को नंबर वन लाने के लिए स्वच्छ रखने में करें सहयोग: डॉ. नितिन गौड़

गाजियाबाद। स्वच्छ भारत मिशन की वर्चुअल बैठक में नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने प्रतिभाग करते हुए गाजियाबाद में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर चल रही तैयारियों के बारे में सोमवार को नगर निकाय उत्तर प्रदेश के निदेशक एवं एसबीएम के मिशन डायरेक्टर डॉ नितिन बंसल की अध्यक्षता में बैठक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस मौके पर अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव वरिष्ठ प्रभारी स्वास्थ्य, एसबीएम के नोडल अधिकारी डॉ मिथिलेश, महाप्रबंधक जल आनंद त्रिपाठी उपस्थित रहे। स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर निगम की तैयारी जोरों से चल रही है।

जिसमें शासन भी लगातार गाजियाबाद पर नजर बनाए हुए हैं। नगर आयुक्त के नेतृत्व में शहर में स्वच्छता के साथ-साथ सौंदर्यकरण पर भी जोर दे रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम मानकों के अनुरूप व्यवस्था में जुटी हुई है। जिसका जायजा समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारीगण भी ले रहे हैं। वर्चुअल बैठक के माध्यम से निदेशक नगर निकाय उत्तर प्रदेश द्वारा सीवर संबंधित समस्याओं के समाधान पर भी चर्चा की। महाप्रबंधक जल को बेहतर कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।


बेहतर अंक प्राप्त करने के लिए महापौर सुनीता दयाल तथा नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ लगातार बेहतर कार्य कर रहे हैं। जिनके नेतृत्व में गाजियाबाद नगर निगम तथा पार्षद भी स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। वर्चुअल बैठक के साथ-साथ नगर निगम सीमा अंतर्गत मौके पर भी स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियां देखने को मिल रही है। जिसमें शहर वासियों की जनभागीदारी भी अहम भूमिका निभा रही है।

नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ का कहना है कि स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी
कार्रवाई कर रही है। नगर आयुक्त ने शहर के लोगों से आह्वान किया कि वे अपने शहर को नंबर वन लाने के लिए शहर को स्वच्छ रखने में सहयोग करें और घर-दुकान का कचरा नाले-नालियों व सड़क पर न डालकर सफाई मित्रों को दें। स्वच्छता को लेकर जागरूक किया जा रहा है। शहर के शौचालयों में स्वच्छता संबंधी वाल पेंटिंग कराई जा रही है। साथ ही लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के लिए शहर में इस बार कई नवाचार भी किए गए हैं ताकि सर्वे में अधिक से अधिक अंक हासिल किए जा सकें। खास तौर से थ्री आर यानी रिड्यूस, रीसाइकिल और रीयूज की गतिविधियां पर खास फोकस किया गया है। थ्री आर के तय मानकों के तहत नेकी की दीवार, कबाड़ के सामान से सुंदर कलाकृतियां भी बनाई गई हैं।