सराहनीय कार्य: थाना प्रभारी ने लौटाई रोते बच्चे के चेहरे पर मुस्कान, सांता क्लॉज की ड्रेस पहनाकर कटवाया केक

गाजियाबाद। थाना कौशांबी क्षेत्र में एक बच्चा घर से नाराज होकर बाहर निकल गया। परिजनों ने सोचा बच्चा कहीं आसपास होगा आ जाएगा। लेकिन बच्चा घर नहीं पहुंचा। तभी गश्त कर रही पुलिस की नजर उस बच्चे पर पड़ी। जब पुलिस ने बच्चे से रोने का कारण पूछा तो बच्चे ने बताया कि मम्मी पापा न मेरा जन्मदिन मनाते है और न ही मुझे सांता क्लॉज की ड्रेस दिलवाई। पुलिस पहले तो बच्चे की बात सुनकर हंसने लगी। फिर बच्चे के लिए सांता क्लॉज की ड्रेस मंगवाई और उसे बच्चे को पहनाकर उसका थाने में केक भी कटवाया।

जिसका वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है। कौशांबी थाना पुलिस को रविवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे 12 साल का बच्चा सड़क पर रोता हुआ मिला। पुलिस ने पूछताछ की तो बच्चे ने पहले कुछ नहीं बताया। अनहोनी के डर से पुलिस इस बच्चे को कौशांबी थाने पर ले आई। बच्चे ने अपना नाम शिवम पुत्र अमरीश बताया। वो खोड़ा थाना क्षेत्र में दीपक विहार का निवासी है।

बच्चे के अनुसार, उसने मां गीता देवी से आज सांता क्लॉज की ड्रेस पहनाकर स्कूल भेजने के लिए कहा था। क्योंकि स्कूल में बाकी बच्चे भी सांता क्लॉज बनकर आते हैं। इसलिए उसका भी मन उसी ड्रेस में स्कूल जाने का था। लेकिन मां ने उसकी एक नहीं सुनी और रूटीन ड्रेस पहनाकर ही उसको स्कूल भेज दिया। गुस्से में बच्चा घर से तो निकला, लेकिन स्कूल नहीं गया। बच्चे ने ये भी बताया कि मां-बाप उसका जन्मदिन भी नहीं मनाते हैं।

थाना प्रभारी प्रभात दीक्षित ने फोन कर बच्चे के मां बाप को थाने में बुलाया। जिसके बाद बच्चे के लिए सांता क्लॉज की ड्रेस मंगवाई और उसके केक भी मंगवाया। बच्चे को ड्रेस व कैप पहनाकर थाने में ही केक भी कटवाया। जिसे देखकर बच्चे एवं परिजनों के चेहरे पर मुस्कान लौट गई। केक कटने के बाद बच्चे को थाना प्रभारी ने गिफ्ट भी दिया। जिसके बाद थाना प्रभारी ने परिजनों का समझाया किया यह छोटी-छोटी खुशियां बहुत अहम होती है, जिनका कोई मोल नही है। हर मां बाप के लिए उसकी संतान की खुशी से बड़ा कोई सुख नहीं हैं। इसलिए भविष्य में आप भी बच्चे की खुशी को लेकर कार्य करें।