ठेकेदार हैं परेशान सुनो इंजीनियर साहब . . .

जयवीर प्रधान के नेतृत्व में चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन से मिला ठेकेदार एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल
एफडीआर, न्यू शेड्यूल रेट सहित ठेकेदारों की समस्याओं का समाधान कराने की रखी मांग

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। गाजियाबाद नगर निगम के छोेटे ठेकेदार इन दिनों खासे परेशान हैं। छोटे ठेकेदारों की समस्या यह है कि वह अपनी बातों को अधिकारियों के समक्ष रख नहीं पाते और ठेकेदार एसोसिएशन का नये सिरे से पुर्नगठन नहीं हुआ है। ऐसे में उनकी सामुहिक समस्याओं को उठाने में परेशानी आ रही है। जयवीर प्रधान के नेतृत्व में ठेकेदारों के प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन से मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने ठेकेदारों की समस्याओं से चीफ इंजीनियर को अवगत कराया और समस्याओं का जल्द समाधान कराने की मांग की। चीफ इंजीनियर ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि उनकी शिकायतों पर गंभीरतापूवर्क विचार करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करते हुए जयवीर प्रधान ने कहा कि छोटे ठेकेदार अधिक परेशान हैं। गाजियाबाद नगर निगम में ठेकेदारों से 10 प्रतिशत एफडीआर (धरोहर राशि) जमा कराया जाता है। जबकि पीडब्ल्यूडी सहित अन्य सरकारी विभागों महज 2 फीसद एफडीआर ही ठेकेदारों को जमा करना होता है। नगर निगम में भुगतान में विलंब होता है। ऐसे में छोटे ठेकेदारों को गंभीर आर्थिक संकटों से जूझना पड़ता है। छोटे ठेकेदार ब्याज पर पैसे लेकर काम करता है। ऐसे में ब्याज के बोझ से दबकर ठेकेदारों को नुकसान झेलकर काम पूरा करना पड़ता है। नगर निगम में ठेकेदारों को पुराने शेड्यूल रेट पर ही वर्क आर्डर जारी हो रहे हैं और पुराने शेड्यूल पर ही एस्टीमेंट बनाया जाता है। जबकि पीडब्ल्यूडी का नया शेड्यूल रेट जारी हो गया है और अन्य विभागों में नया शेड्यूल रेट लागू है। ऐसे में चीफ इंजीनियर से नये शेड्यूल रेट पर एस्टीमेंट तैयार कराने की मांग की गई है। कुछ ठेकेदारों का लंबे अर्से बाद भी भुगतान नहीं हुआ है। ऐसे में चीफ इंजीनियर को वास्तविक स्थिति से अवगत कराते हुए समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग की गई। संजीव त्यागी ने बताया कि ठेकेदार आयुष सिंघल के एक काम का कई वर्ष बाद भी भुगतान नहीं हुआ है। ठेकेदार ईश्वर चंद लाला का भी भुगतान नहीं हुआ है। ठेकेदारों की कई समस्याएं हैं जिससे चीफ इंजीनियर को अवगत कराया गया। निखिल गर्ग ने बताया कि चीफ इंजीनियर ने प्रतिनिधि मंडल की बातों को गंभीरता से सुना और समस्याओं का समाधान कराने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में अरूण त्यागी, नवीन गर्ग, दीपक साहनी, सोनू चौधरी, विशाल भारद्वाज आदि शामिल थे। ज्ञात हो नगर निगम कंट्रैक्टर एसोएिशन के अध्यक्ष रहे अज्य त्यागी मुरादनगर शमशान घाट हादसे के आरोपी हैं और वर्तमान में जेल में हैं। ऐसे में ठेकेदारों द्वारा एसोसिएशन का नये सिरे से पुर्नगठन करने की कवायद चल रही है।