वेस्ट को बैस्ट बनाने की अनोखी पहल: पुराने होर्डिंग्स से बनाए थैले, मार्किट में बेचने की तैयारी

नगर निगम ने कबाड़ की चीजों से शहर के सौंदर्यीकरण में लगाए चारचांद

गाजियाबाद। शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए नगर निगम हर दिन बेहतर कार्य कर रहा है। अमूमन नागरिक अपने घर के वेस्ट मटेरियल फेंक देते हैं, लेकिन गाजियाबाद नगर निगम ने वेस्ट मटेरियल से खूबसूरत चीजें बना कर मिसाल पेश की है। जो सामान लोग अनुपयोगी समझ कर कबाड़ मे फेंक देते हैं, नगर निगम ने उन्हीं कबाड़ की चीजों से शहर के सौंदर्यीकरण का जिम्मा उठाया है। आज तक आपने कबाड़ को लेकर सदुपयोग के बारे में सोचा नहीं होगा। यह कल्पना भी नहीं की होगी कि जो कबाड़ गंदगी का पर्याय होता है, उसका इस्तेमाल किसी चीज की खूबसूरती बढ़ाने के लिए भी कर सकते हैं। गाजियाबाद नगर निगम ने इसको सार्थक किया है कि कबाड़ से भी सौंदर्यीकरण किया जा सकता है, यह साबित करके भी दिखा दिया है। शहर के विभिन्न चौराहों पर नगर निगम ने वेस्ट चीजों का इस्तेमाल का उन्हें बेस्ट बनाने का कार्य कर शहर की खूबसूरती में चारचांद लगाने का काम किया है। जिससे शहर की सुंदरता भी बढ़ रही है और साथ-साथ कचरे का भी निस्तारण हो रहा है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शहर की सुंदरता को बढ़ाते हुए विभिन्न योजना तैयार की गई है। जिनमें वेस्ट से बेस्ट बनाने की मुहिम भी चलाई जा रही हैं। जिससे शहर के कई मुख्य चौराहों व स्थानों पर कचरे से बने हुए आकर्षक वस्तुओं को लगाया गया है। जिसकी शहर वासियों ने बहुत अधिक तारीफ की है। वहीं अब निगम निगम के इस कार्यों को देखकर लोग अपने घरों में भी इसी प्रकार की चीजों को इस्तेमाल में कर आकर्षक बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

अवैध होर्डिंग्स से थैला बनाने का सफल प्रयासनगर स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि शहर में अवैध रूप से लगे हुए बैनर फ्लेक्स होर्डिंग्स जो कि शहर सुंदरता को क्षति पहुंचाते हैं उनको हटवा कर उनहीं फ्लेक्स से थैले बनाने का कार्य कराया जा रहा है। नगर निगम टीम द्वारा प्रतिदिन अवैध रूप से लगे 50 से 70 होर्डिंग्स प्रतिदिन उतारे जाते है। पूर्व में इन होर्डिंग्स को नगर निगम के स्टोर में रख दिया जाता है, जिनका कोई भी उपयोग नही होता था। यह न तो गल पाते थे और न ही नष्ट हो पाते थे। ऐसेे होर्डिंग को रियूज करने का प्लान बनाया गया है। लगभग दो दर्जन थैले सिटी जोन के अंतर्गत वार्ड संख्या-9 में प्रथम चरण में बनाए गए। इसी प्रकार आगे भी अवैध रूप से उतरी हुई फ्लेक्सों का इस्तेमाल शहर हित में किया जाएगा। जिससे शहर को एक मैसेज वेस्ट से बेस्ट का जाएगा, जन जागरूकता में भी नगर निगम बेहतर भूमिका देखने को मिल रही है।

वेस्ट टायर, बोतल आदि का इस्तेमाल सौंदर्यकरण का सफल प्रयासउद्यान प्रभारी एवं एसबीएम लिंक नोडल ऑफिसर डॉ अनुज कुमार सिंह ने बताया कि शहर के कई पार्कों में पुरानी वेस्ट बोतल, प्लास्टिक के डिब्बे ड्रम तथा टायरों का इस्तेमाल करते हुए उनमें छोटे-छोटे पौधे लगाए गए हैं। साथ ही उन्हें पार्कों की सुंदरता के लिए इस्तेमाल में लाया गया है। जिससे ना केवल पार्कों की सुंदरता से शहर वासियों को लाभ मिलेगा। बल्कि कचरे का भी समाधान हो रहा है। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि शहर के निवासियों द्वारा इस एक्टिविटी में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जा रहा है। अपने घर के अंदर भी बालकनी इत्यादि में वेस्ट से बेस्ट बनाने की तैयारी चल रही है। शहर के अन्य पाठकों में तथा शहर की मुख्य स्थानों पर भी वेस्ट से बेस्ट बनाने के लिए नगर निगम तैयार कर रहा है।

MNA

नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि वेस्ट से बेस्ट बनाने में ना केवल गाजियाबाद नगर निगम की टीम जुटी हुई है। बल्कि क्षेत्रीय निवासियों के सहयोग से पार्षदों का भी विशेष रुझान देखने को मिल रहा है। कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी पुरानी चीजों का इस्तेमाल करते हुए सुंदर आकर्षक वस्तुएं बनाई गई है। नगर निगम द्वारा कबाड़ के सामानों से चौराहों को सुंदर बनाने का एकमात्र उद्देश्य लोगों को जागरुक करना है, ताकि आमजन भी अपने घरों में कबाड़ की वस्तुओं का सही इस्तेमाल कर घर की खूबसूरती को बढ़ा सकें। जिससे एक पंथ दो काज देखने को आते हैं। कचरे का समाधान साथ-साथ शहर का सौंदर्य करण भी हो रहा है। नगर निगम स्क्रैप व अन्य पुरानी खराब वस्तुओं का इस्तेमाल कर आकर्षक चीजें बनाने की योजनाएं बना रही है। जो कि जल्द ही शहर के चौराहों मुख्य स्थानों पर सेल्फी प्वाइंट का काम करेंगी, जिसके लिए संबंधित अधिकारियों की टीम बनाकर निर्देश दिए जा चुके हैं।