गाजियाबाद में विकास को मिलेगी रफ्तार

– स्वाबलंबी और विकासोन्मुख बजट प्रस्ताव पर निगम कार्यकारिणी ने लगाई मुहर

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। शहर के विकास के साथ स्वयं को स्वाबलंबी बनाने की दिशा में गाजियाबाद नगर निगम ने शुक्रवार को एक और कदम बढ़ाया। नगर निगम कार्यकारिणी ने आमदनी के श्रोत बढ़ाने और अनावश्यक खर्चे को नियंत्रित करने वाले बजट प्रस्ताव पर मुहर लगाई। 1417 करोड़ रुपये के बजट प्रस्ताव में कई ऐसे प्रावधान किये गये हैं जिससे नगर निगम की आमदनी बढ़ेगी। लाभ वाले नगर निगम के बजट प्रस्ताव में कुटेशन और एजेंसी बनाकर मनमाने फंड के अपव्यय को रोकने को लेकर सख्त प्रावधान किया गया है। शहर साफ, स्वच्छ और सुंदर दिखे इसको ध्यान में रखते हुए सफाई व्यवस्था में होने वाले खर्चे में बढ़ोत्तरी की गई है। मेयर आशा शर्मा और नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि भविष्य में नगर निगम पर देनदारी का बोझ ना रहे इसको लेकर बजट सील प्रस्ताव को अनिवार्य कर दिया गया है।

अब विकास कार्यों से संबंधित सभी फाइलों में पहले से ही फंड स्वीकृति का उल्लेख रहेगा। नगर निगम आर्थिक रूप से स्वाबलंबी बने और आमदनी के साधन बढ़े इसके लिए कई मदों से धन जुटाने का प्रावधान बजट में किया गया है। बजट प्रस्ताव में वित्तीय वर्ष 2022-23 में 517 करोड़ प्रारंभिक अवशेष और 900 करोड़ रुपये टैक्स, किराया, लाइसेंस फीस सहित अन्य मदों से जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। 1417 करोड़ रुपये सकल आय के सापेक्ष में 1367 करोड़ रुपये व्यय का प्रावधान किया गया है। निर्माण कार्यों पर 189 करोड़, पेयजल आपूर्ति पर 85 करोड़, पथ प्रकाश पर 20 करोड़, सफाई व्यवस्था पर 164 करोड़, पार्क और शहर में हरियाली विकसित करने पर 37 करोड़, शिक्षा और खेलकूद पर लगभग 7 करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया गया है।