डीएम ने कहा चीनी एवं शीरे की बिक्री कर किसानों को जल्द करें भुगतान, नही तो होगी कार्रवाई

-मोदीनगर चीनी मिल के पेराई सत्र-2021-22 के गन्ना मूल्य भुगतान की समीक्षा

गाजियाबाद। मोदीनगर शुगर मिल पर गन्ना किसानों का करोड़ों रुपए बकाया एवं ब्याज समेत भुगतान चीनी एवं शीरे की बिक्री करके जल्द किसानों को भुगतान करना होगा। बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बैठक करते हुए कड़े निर्देश दिए कि गए मोदीनगर शुगर मिल चीनी एवं शीरे की बिक्री के साथ अन्य स्रोतों से किसानों का गन्ने का बकाया भुगतान जल्द करें। अन्यथा मोदीनगर शुगर मिल प्रबंधकों के खिलाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने जिला गन्ना अधिकारी प्रदीप कुमार तेवतिया, मिल के अध्यासी वेदपाल सिंह मलिक, प्रबंधक लेखा सुरेश शर्मा, सहकारी गन्ना विकास समिति मोदीनगर के सचिव प्रभारी अजय प्रताप सिंह, भाकियू के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष मनवीर प्रधान,प्रवीण मलिक,सोमपाल शर्मा आदि की मौजूदगी में बैठक की। जिलाधिकारी ने मोदीनगर चीनी मिल के पेराई सत्र-2021-22 के गन्ना मूल्य भुगतान की समीक्षा की।

इस पर किसानों का 303.36 करोड़ रुपए के सापेक्ष 228.12 करोड़ रुपए का किसानों को भुगतान किया गया। जो कि किसानों को कुल देय का 75.20 प्रतिशत भुगतान किया गया। जबकि एक अपै्रल-2022 से 15 अपै्रल-2022 तक का गन्ना मूल्य भुगतान मिल द्वारा किसानों को किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बैठक में 15 जनवरी तक अधिकतम किसानों का गन्ना बकाया भुगतान करने के कड़े निर्देश दिए। जिलाधिकारी को मोदीनगर शुगर मिल के अध्यासी वेदपाल सिंह मलिक ने अवगत कराया कि 29 दिसंबर-2022 से 4 जनवरी तक 18 करोड़ रुपए का गन्ना भुगतान किसानों को किया जा चुका हैं।मिल द्वारा विगत माह जुलाई-2022 से दिसंबर तक 131.24 करोड़ रुपए का गन्ना भुगतान किया गया।दिसंबर माह में 42.89 करोड़ रुपए का किसानों को भुगतान किया गया। हालांकि किसानों को बकाया गन्ना भुगतान पर ब्याज का भुगतान नहीं किया जा रहा है।जिलाधिकारी ने बैठक में मिल प्रबंधनतंत्र को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि पेराई सत्र-2021-22 का बकाया गन्ना मूल्य की टैगिंग कराकर चीनी एवं शीरे की बिक्री से प्राप्त धनराशि के अलावा अन्य स्रोतों से जल्द किसानों को भुगतान कराएं।

पेराई सत्र-2022-23 के बकाया पूरा गन्ना मूल्य भुगतान कराने के लिए ठोस कार्ययोजना शैडयूल प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। अगर चीनी मिल प्रबंधकों द्वारा उक्त निर्देशों का कड़ाई से पालन नहीं किया जाता है तो मोदीनगर शुगर मिल प्रबंधतंत्र के विरूद्ध सुसंगत धाराओं मेंं एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने मिल प्रबंधकों को निर्देशित किया कि गन्ना किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गन्ना किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाएगा। गन्ना किसानों का पूरा भुगतान कराना प्रदेश शासन की सर्वोच्च वरीयता है। गन्ना मूल्य बकाया भुगतान में कोई देरी एवं लापरवाही की गई तो शुगर मिल प्रबंधकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।