आईटीएस डेंटल कॉलेज में डॉ हरि प्रकाश ओरेशन लेक्चर का आयोजन

प्रतिभागियों को दी डेंटल एंजाइटी एंड द चाइल्ड पेशेंट विषय से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

गाजियाबाद। दिल्ली मेरठ रोड़ स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज मुरादनगर में गुरुवारी को डॉ नमिता कालरा द्वारा ”डॉ हरि प्रकाश ओरेशन लेक्चर” प्रस्तुत किया। जिसका विषय ”डेंटल एंजाइटी एंड द चाइल्ड पेशेंट” था। डॉ नमिता यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, दिल्ली विश्वविद्यालय और जीटीबी अस्पताल, नई दिल्ली में पीडोडोंटिक्स एंड प्रिवेंटिव डेंटिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए फाउंडर प्रोफेसर के रूप में कार्यरत है। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ हरि प्रकाश, एक्स डायरेक्टर-जनरल, आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप, प्रोफेसर एमेरिटस, आईटीएस सेंटर फॉर मेंटल स्टडीज एंड रिसर्च, मुरादनगर, और पूर्व प्रमुख, सेंटर फॉर डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च, ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एआईआईएमएस) नई दिल्ली के उद्घाटन भाषण से हुई थी।

डॉ हरि प्रकाश को 2007 में रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स एंड फिजिशियन ऑफ ग्लासगो की आनरेरी फ़ेलोशिप और वर्ष 2012 में इंग्लैंड के रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स के डेंटल सर्जरी में आनरेरी फैलोशिप से सम्मानित किया जा चुका है। इसके साथ ही इंडियन डेन्टल एसोसिएशन ने भी उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड देकर सम्मानित किया है। हाल ही में उन्हें स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा 1 जुलाई 2022 को राष्ट्रीय चिकित्सक पर समाज, मानवता और राष्ट्र के लिये एक डॉक्टर के रूप में उत्कृष्ट समर्पण और उनके मूल्यवान योगदान के लिए सम्मानित किया गया। डॉ हरि प्रकाश ने अपने भाषण में सभी दंत चिकित्सकों को नवीनतम उपचार पद्धतियों के द्वारा शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रसन्नता जाहिर की और उन्होंने कहा कि संस्थान में आधुनिक तकनीकों के द्वारा शिक्षित करने में आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा के सहयोग से संभव हुआ है। उन्होंन अर्पित चड्ढा की परोपकारी गतिविधियों की सराहना की जिनके द्वारा दिल्ली-एनसीआर के वंचित नागरिकों को भी दंत चिकित्सा की सुविधाएं उपलब्ध हो सकी है। इसके पश्चात ओरेशन लेक्चर का शुभारंभ किया गया।

अपने ओरेशन लेक्चर में डॉ नमिता कालरा ने सभी प्रतिभागियों को डेंटल एंजाइटी एंड द चाइल्ड पेशेंट विषय से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को औषधीय तरीकों, सम्मोहन, प्रगतिशील मांसपेशी छूट और आई मूवमेंट डिसेन्सीटाइजेशन और रीप्रोसेसिंग ईएमडीआर सहित बेहोश करने के विभिन्न तरीकों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि दंत चिकित्सा में लगातार विकसित होने वाली घटनाएं वित्तीय चिंताओं से लेकर नए अभ्यास प्रवृत्तियों, प्रयोगशाला समर्थन, क्षेत्रीय कार्यालयों की प्रतिस्पर्धा और बहुत कुछ इससे जुड़ी समस्याओं के साथ-साथ भारत सहित इसी तरह दुनिया भर में साझा की गई। यह भी जानना उचित है कि इन चुनौतियों का सामना न केवल युवा पीढ़ी पेशेवरों द्वारा किया जाता है, जिन्होंने हाल ही में दंत चिकित्सा के अभ्यास में कदम रखा हो बल्कि अनुभवी चिकित्सकों द्वारा भी सामना करना पडता है।

उन्होंने दंत चिकित्सकों द्वारा सामना की गयी अनेक समस्याओं का जवाब दिया। डॉ नमिता कालरा ने संस्थान के द्वारा प्रदान की गयी प्रमुख सुविधाओं जैसे सीबीसीटी, कैड-कैम, फेशियल एस्थेटिक्स की प्रशंसा की और कहा ये सभी उच्च कोटि का ट्रीटमेंट करने में सहायक है। अपने भाषण के अंत में उन्होंने आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन, डॉ आरपी चड्ढा एवं वाईस चेयरमैन, अर्पित चड्ढा द्वारा विश्व स्तरीय प्रदान की जा रही सेवाओं की सराहना की, जिनके द्वारा दंत चिकित्सक उच्च कोटि का उपचार करने में सक्षम है। इस कार्यक्रम में संस्थान के डायरेक्टर-प्रिंसिपल, डीन, सभी दंत विभागों के एचओडी, दंत चिकित्सक, बीडीएस और एमडीएस के छात्रों ने भाग