होली पर्व को लेकर अलर्ट हुआ आबकारी विभाग

  • छापेमारी की कार्रवाई से शराब तस्करों में मची खलबली

  • अभियान चलाकर टीम ने झुग्गी-झोपड़ी व कबाड़ के गोदामों पर मारा छापा

गाजियाबाद। होली के त्योहार के मद्देनजर आबकारी विभाग ने भी कमर कस ली है। जनपद में अवैध शराब के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है। ताकि अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की जा सके। विभाग द्वारा रोजाना अलग-अलग क्षेत्रों में अभियान चलाकर भट्टी नष्ट करने के साथ ही शराब तस्करों के संबधित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अवैध शराब का कारोबार करने वालों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान कच्ची शराब बनाते व बेचते हुए कोई पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए विभाग ने विशेष टीमें भी गठित किया है। 7 और 8 मार्च को पडऩे वाली होली को लेकर तैयारियां अभी से ही तेज कर दी गई है।

बाजार में भी इसका असर दिखाने लगा है। दूसरी ओर होली पर शराब की बिक्री, भांग की खपत भी काफी बढ़ जाती है। खपत ज्यादा होने के कारण अवैध शराब का कारोबार भी बढ़ जाता है, जो काफी घातक होता है। आबकारी विभाग की टीम राजमार्ग, जनपद की सीमा, ढाबा, गांव के साथ-साथ संदिग्ध व्यक्तियों की जांच करने में जुट गई हैं। छापेमारी का काम शुरू भी कर दिया गया है। कई इलाके में अबतक अवैध शराब बरामद भी हो चुकी है।

इसके अलावा जनपद में अवैध शराब का धंधा रोकने के लिए प्रशासन की ओर से अब जागरूकता का सहारा लिया जा रहा है। आबकारी विभाग की ओर से विभिन्न जगहों में पोस्टर लगाकर व प्रचार अभियान चलाकर लोगों को अवैध शराब के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश सिंह द्वारा गाजियाबाद में अवैध मदिरा/विषाक्त मदिरा के विरूद्ध संदेश लिखे पोस्टर जगह-जगह चस्पा किए जा रहे हैं। अवैध शराब का शौक है, तो उसे छोड़ दें।

इसमें मिथाइल अल्कोहल की मिलावट हो सकती है। ऐसी शराब के प्रयोग से अंधेपन के साथ-साथ जान भी जा सकती है। शुक्रवार को जिला आबकारी अधिकारी के निर्देश पर आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहारी वर्मा, आशीष पाण्डेय, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, अभय सिंह, राकेश त्रिपाठी, अनुज वर्मा एवं त्रिभुवन सिंह हयांकी की संयुक्त टीम द्वारा थाना विजयनगर स्थित संदिग्ध स्थल विजय नगर झोपड़ पट्टी, चांदमारी, माधोपुरा, मिलेट्री ग्रांउड के पास मैदान में दबिश दी गई। इसके साथ ही कबाड़ के गोदामों का भी निरीक्षण भी किया गया। निरीक्षण के दौरान भी किसी प्रकार की अवैध मदिरा की बरामदगी नहीं हुई। स्थानीय लोगों से अपील की गई कि किसी प्रकार की अवैध मदिरा की सूचना यदि मिलती है तो तत्काल आबकारी विभाग को सूचित करें।

ट्रांसपोर्ट गोदामों और बंद फैक्ट्रियों में हुई छापेमारी

अवैध कारोबार रोकने के लिए आबकारी विभाग हरसंभव प्रयास कर रहा है। इसके चलते शराब तस्करों की बेचैनी भी बढ़ी हुई है। शराब तस्करी के लिए माफिया के सभी दरवाजे बंद होते दिखाई दे रहें है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की विभिन्न टीमों ने ट्रांसपोर्ट नगर में गोदामों और कुछ औद्योगिक क्षेत्रों में बंद पड़ी फैक्ट्रियों में सघन छापेमारी की। इस दौरान कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई। कार्रवाई के उपरांत विभागीय अधिकारियों ने ट्रांसपोर्टरों एवं उद्यमियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उनसे यह भी अपील की गई कि यदि अवैध शराब निर्माण से संबंधित कोई जानकारी मिलती है तो इसकी सूचना तत्काल विभाग को उपलब्ध कराई जाए ताकि कड़ी कार्रवाई हो सके।

इस दौरान इसकी पृष्टि की गई कि कहीं भी अवैध शराब निर्माण में प्रयुक्त सामग्री, ढक्कन या रैपर इत्यादि न मिलने पाएं। इसके अतिरिक्त ट्रांसपोर्ट संचालकों, उनके प्रतिनिधियों, फैक्ट्रियों में कार्यरत वर्करों व अन्य स्टाफ को इस बात के लिए भी निर्देशित किया कि अवैध शराब निर्माण से संबंधित कोई सूचना यदि किसी को प्राप्त होती है तो तत्काल आबकारी विभाग को सूचना उपलब्ध कराएं। बता दें कि ट्रांसपोर्ट नगर में गैरकानूनी तरीके से शराब के परिवहन की बुकिंग के मामले पूर्व में प्रकाश में आ चुके हैं।

जिसकों लेकर आबकारी विभाग पूरी तरह से सतर्क नजर आ रहा हैं। कार, बस की चेकिंग के साथ ही ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के सामानों की चेकिंग की जा रही हैं। क्योंकि अधिकांश तस्कर पुलिस से बचने के लिए दिल्ली से ट्रेन में सफर के दौरान अवैध शराब की तस्करी करते हैं। जिन्हें पकडऩे के लिए आबकारी विभाग की टीम ने चेकिंग की कार्रवाई की। उधर, जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि जनपद में अवैध शराब का निर्माण, बिक्री एवं परिवहन रोकने के लिए किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जा रही है। सभी आबकारी निरीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। अवैध रूप से देसी और अंग्रेजी शराब बेचने वालों के गोरखधंधे को खत्म करने की योजना पर काम शुरू हो चुका है।

इसके लिए आबकारी विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी से लेकर तहसील स्तरीय अधिकारियों के मोबाइल नंबर को सार्वजनिक किया गया है और प्रचार-प्रसार के लिए चौकीदारों और पम्पलेट गांवों में चस्पा किए जा रहे है। कार्रवाई शुरू करने से लेकर अंजाम देने तक सूचना देने वाले का नंबर गुप्त रखा जाएगा।