आबकारी विभाग ने भरा यूपी सरकार का खजाना, एक माह में पी गए 116.70 करोड़ रुपए की शराब

पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड किया स्थापित, शराब तस्करों पर कार्रवाई का असर

गाजियाबाद। जनपद में अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के साथ-साथ आबकारी विभाग की टीम यूपी सरकार के खजाने को भरने में पूरी शिद्दत से जुटा है। जिस तरह से शराब तस्करों पर शिकंजा कसा जा रहा है, इससे दुकानों से शराब की खूब बिक्री हो रही है। राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य को हासिल करने केसाथ ही जनपद में आबकारी विभाग ने शराब माफियाओं की भी कमर तोडऩे में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। वर्ष 2022-23 में राजस्व वसूली का टारगेट बढऩे से आबकारी विभाग की मुसीबत बढ़ गई है। मगर राजस्व वसूली के टारगेट को पूरा करने में आबकारी विभाग कोई कसर बाकी नही छोड़ रहा हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के खजाने में आबकारी राजस्व के रूप में रकम जुटाने में गाजियाबाद अहम भूमिका निभा रहा है। जिसमें हर वर्ष पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर नया रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है। आबकारी विभाग ने जुलाई महीने में राजस्व वसूली में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 116.70 करोड़ रुपए राजस्व वसूली की है। जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले 24.68 फिसदी अधिक है।

गाजियाबाद दिल्ली से सटा हुआ है और गाजियाबाद को दिल्ली से जोडऩे वाले लगभग दो तीन दर्जन से अधिक चोर रास्ते हैं। जिन रास्तों से लोग दिल्ली से गाजियाबाद में आसानी से शराब लाया जा सकता था। दोनों राज्यों में उत्तर प्रदेश की अपेक्षा शराब की कीमत कम है। कई वर्षों से यहां बड़ी मात्रा में शराब की तस्करी होती थी। हरियाणा के तस्कर तो शराब की होम डिलीवरी भी करते थे। मगर पिछले काफी समय से शराब तस्करी पर अंकुश लगा है। जिसके लिए आबकारी विभाग की टीम ने भी पूरी मेहनत की है। आबकारी विभाग की सख्ती के चलते ही बाहरी राज्यों में होने वाली शराब तस्करी की घटना पर रोक लग सकी है। साथ ही गाजियाबाद में भी बाहरी राज्यों की शराब तस्करी करने वाले तस्करों को सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है। शराब तस्करों पर की गई सख्ती का ही असर है, जिसमें राजस्व की बढ़ोत्तरी हो रही है।

गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश सरकार की माली हालत को सुधारने में गाजियाबाद का आबकारी विभाग अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। संकट कोई भी हो, लेकिन उस संकट को अवसर के रूप में लेकर आबकारी विभाग की टीम राजस्व की बढोत्तरी में कोई कोर कसर नही छोड़ता है। दरअसल प्रदेश सरकार के राजस्व को बढ़ाने के लिए आबकारी विभाग हर संभव प्रयास करता है। साथ ही अवैध शराब का कारोबार करने वाले तस्करों पर भी कार्रवाई करने से भी नही चूकता है। बॉर्डर, हाईवे, चेक पोस्ट समेत दिल्ली सीमा से जुड़े सभी रास्तों पर दिल्ली से शराब लाने वालों की निगरानी के लिए आबकारी विभाग की टीम 24 घंटे कार्रवाई में मुस्तैद रहती है। शराब माफिया पर शिकंजा कसने के साथ-साथ लाइसेंसशुदा शराब विक्रेताओं को भी समय-समय पर नियम-कानून का पाठ पढाने से नही चूकता है। शराब माफिया से निपटने के लिए गाजियाबाद में जिस प्रकार के प्रयोग किये जा रहे है, उसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले है।

जुलाई माह में 116.70 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल

जुलाई 2023 में देशी शराब 16 लाख 78 हजार 421 लीटर, अग्रेंजी 8 लाख 12 हजार 204 बोतल, बीयर 28 लाख 75 हजार 348 केन की बिक्री हुई है। पिछले वर्ष जुलाई 2022 में देशी 14 लाख 51 हजार 430 लीटर, अग्रेंजी 6 लाख 41 हजार 539 बोतल, बीयर 30 लाख 85 हजार 363 केन की बिक्री हुई है। आबकारी विभाग ने जुलाई 2023 में गाजियाबाद जनपद में 116.70 करोड़ रुपए की शराब बिक्री हुई है। पिछले वर्ष जुलाई माह में आबकारी विभाग ने 96.75 करोड़ रुपए का राजस्व वसूला था। आबकारी विभाग शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के साथ-साथ राजस्व वसूली में भी अपना हर माह नया रिकार्ड स्थापित कर रहा है। पिछले वर्ष की अपेक्ष इस वर्ष 24.68 फिसदी अधिक की वसूली की है। मगर जुलाई 2023 में पिछले वर्ष की अपेक्षा बीयर की कम बिक्री हुई है। सरकार की मंशा के अनुरूप शराब के परिवहन एवं निर्माण पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग चुनाव हो या फिर त्योहार इन सब को पीछे छोड़ते हुए प्रतिदिन अपने कर्तव्य को अंजाम देता है।

राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी

जनपद में तस्करी रोकने के लिए रोजाना नई रणनीति के तहत टीमवर्क के साथ कार्रवाई की जा रही है। साथ ही शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम तस्करों पर कार्रवाई करने के लिए लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। आगे भी जनपद में शराब तस्करी पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई जारी रहेगी। अवैध शराब की बिक्री पर सख्ती बरती जा रही है। आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही है। राजस्व में वृद्धि करना विभाग की प्राथमिकता में शुमार है। जिसके लिए समय-समय पर हर संभव प्रयास किए जा रहे है। जनपद में जहां भी शराब तस्करों के ठिकाने थे, उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। जनपद में कोई भी अवैध शराब बिक्री, तस्करी करता पाया जाएगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा लाइसेंसशुदा विक्रेताओं को भी सख्त हिदायत दी गई है। जिससे वह ओवर रेटिंग न कर सकें। होटल व बिना लाइसेंस चल रहे बार पर कार्रवाई कर उन पर जुर्माना लगाया जा रहा हैं।
राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी