माफिया के साथ शराब की दुकानों पर भी आबकारी विभाग ने दिखाई सख्ती

आबकारी विभाग ने बार, लाइसेंसी दुकानों का किया औचक निरीक्षण
अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए जिले में ढाबों पर चलाया चेकिंग अभियान

गाजियाबाद। नवरात्रि और रमजान पर्व के मद्देनजर जिला आबकारी विभाग बेहद सक्रिय नजर आ रहा है। जनपद में अवैध शराब की बिक्री तथा अवैध शराब की बिक्री में संलिप्त व्यक्तियों पर सख्ती से कार्रवाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आबकारी विभाग नियमित रूप से बड़े पैमाने पर सघन छापामारी अभियान चलाकर अवैध शराब की बिक्री पर सख्त कार्रवाई कर रहा है। अवैध शराब के कारोबार की जड़ तक पहुंचने के लिए जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में चलाया जा रहा विभाग का विशेष अभियान राम बाण की तरह काम कर रहा है। अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीमें निरंतर छापेमारी कर रही हैं। टीमों को ढाबे की जांच करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

हरियाणा से एल्कोहल लेकर निकलने वाले टैंकर आमतौर पर ढाबों पर अवैध रूप से उतारते हैं। इसका प्रयोग मिलावटी शराब में किया जाता है। इसके मद्देनजर आबकारी विभाग ढाबों पर पैनी निगाह रख रहा है ताकि मिलावटी या जहरीली शराब की बिक्री को रोका जा सके। जिला आबकारी अधिकारी अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए बेहद गंभीर हंै। जिला आबकारी अधिकारी के निर्देशन में लगातार ढाबों पर चेकिंग के साथ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। आबकारी विभाग की इस कार्रवाई से घबरा कर कुछ तस्करों ने या तो जिला छोड़ दिया है या फिर अवैध शराब के कारोबार से तौबा करते नजर आ रहे है।

उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त उप्र के आदेश के क्रम में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा के निर्देशन मेंआबकारी विभाग की संयुक्त टीमों द्वारा अवैध शराब की बिक्री एवं परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को आबकारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा, आशीष पाण्डेय, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, त्रिभुवन सिंह हयांकी, राकेश त्रिपाठी, अनुज वर्मा, अभय दीप सिंह की टीम द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में में संचलित रेस्टोरेंट, बार, ढाबे, शराब की दुकानों का निरीक्षण किया। इस दौरान किसी प्रकार की अनियमितता सामने नहीं आई। बाद में शराब विक्रेताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

निरीक्षण के दौरान अनुज्ञापनों (मदिरा एवं बीयर की दुकान) पर संचित स्टॉक का सत्यापन किया गया, जिसमें किसी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई। अनुज्ञापियों एवं विक्रेताओं को नियमानुसार अनुज्ञापनों को संचालित करने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान रेस्टोरेंट, बार, ढाबा एवं शराब दुकानों के संचालकों को नियमानुसार बिक्री करने के निर्देश दिए। बैंक्वेट हॉल एंव रेस्टोरेंट के संचालकों को आबकारी विभाग द्वारा प्रदान किए जाने वाले ऑकेजनल बार लाइसेंस के बारे में जानकारी भी दी गयी। बिना लाइसेंस शराब परोसने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। बता दें कि आबकारी निरीक्षकों के साथ-साथ जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह खुद शराब की दुकानों पर औचक निरीक्षण करते है। वहीं, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के डासना चेक पोस्ट पर छोटे वाहनों, ट्रक एवं बसों आदि की चेकिंग की गई। वाहनों में शराब तस्करी की आशंका है। इसे ध्यान में रखकर विभाग पूरी तरह से सतर्क है।

हाइवे पर स्थित ढाबों की तलाशी ली गई, निरीक्षण के दौरान किसी भी ढाबे पर अवैध मदिरा नहीं पाई गई। अवैध रूप से शराब का कारोबार करने वाले माफिया पर शिकंजा कसने के लिए आबकारी विभाग अभियान चला रहा है।
जिला आबकारी अधिकारी की सख्त हिदायत है कि जिले में अवैध शराब की बिक्री किसी भी सूरत में नहीं होने दी जाएगी। जिस क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री की सूचना मिलती है तो संबधित निरीक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जो कि लगातार आगे भी जारी रहेगा। जिले में अवैध शराब का कारोबार पूरी तरह से समाप्त किया जाए, इसके लिए अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त तस्करों पर कठोरतम कार्यवाही की जा रही है, जिससे दोबारा तस्करी का कारोबार शुरू न कर सके। पड़ोसी राज्यों से लाई जा रही अवैध शराब को रोकने के लिए आबकारी निरीक्षक हरसंभव प्रयास कर रहे है।


गौरतलब हो कि जनपद में अवैध शराब का कारोबार करने वाले माफिया का सूपड़ा साफ करने में आबकारी विभाग ने जो भूमिका निभाई है, वह काबिले तारिफ है। नही तो माफिया त्योहारी सीजन एवं चुनाव में अधिक पैसा कमाने के लिए लालच में लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करते हुए नजर आते थे और लोग भी सस्ती शराब के चक्कर में अपनी जान दांव पर लगा देते थे। मगर आबकारी की कार्रवाई के चलते अब जिले में अधिकतर माफिया ने अवैध शराब का कारोबार छोड़ दिया है या फिर कहीं छुपकर बैठे है। लेकिन आबकारी विभाग छुपे हुए तस्करों को भी बाहर निकालने के लिए शिंकजा कस रहा है।