आबकारी विभाग की स्पेशल-26 टीम शराब माफिया पर भारी

गाजियाबाद। जनपद में शराब माफिया के खिलाफ जिला आबकारी विभाग की स्पेशल-26 टीम ने पूरी ताकत से मोर्चा संभाल रखा है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में सक्रिय तस्करों में इस टीम का खौफ निरंतर बढ़ रहा है। बालीवुड की चर्चित मूवी स्पेशल-26 से उलट आबकारी विभाग की टीम चुन-चुनकर शराब माफिया का सफाया करने में जुटी है। इस टीम को स्पेशल-26 इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि विभाग में वर्तमान में 7 इंस्पेक्टर और 19 सिपाही कार्यरत हैं। जिनके दम पर आबकारी विभाग पूरी तरह से एक्शन मोड में है। दिल्ली से सटा गाजियाबाद जनपद शराब माफिया को काफी मुफीद नजर आता है। इसके चलते वह चोरी-चुपके अपना अवैध कारोबार करते रहे हैं, मगर पिछले कुछ समय में जिला आबकारी विभाग ने शराब माफिया के गठजोड़ को तोडऩे की दिशा में भरसक कदम उठाए हैं। विभाग की बदली रणनीति ने शराब माफिया में हड़कंप मचा रखा है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विभाग की प्रभावी कार्रवाई का असर भी दिखाई दे रहा है। आबकारी विभाग में इस समय 7 इंस्पेक्टर और 19 सिपाही कार्यरत हैं। जिसमें अखिलेश वर्मा आबकारी निरीक्षक सेक्टर-1, रमाशंकर सिंह आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-2, टी .एस ह्यांकी आबकारी निरीक्षक सेक्टर-2, सीलम मिश्रा आबकारी निरीक्षक सेक्टर 3, आबकारी निरीक्षक सेक्टर-4 आशीष पाण्डेय, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य आबकारी निरीक्षक सेक्टर- 5, अरुण कुमार आबकारी निरीक्षक सेक्टर 6 के साथ 19 सिपाही की टीम पर अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन को रोकने की जिम्मेदारी है। यह स्पेशल-26 टीम आजकल शराब माफिया के लिए खौफ का पर्याय बन गई है। जिलेभर में अवैध शराब के निर्माण एवं तस्करी के रूप में संवेदनशील क्षेत्रों में यह टीम निरंतर छापामार कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा मुख्य मार्गों पर संदिग्ध वाहनों एवं व्यक्तियों की संघन जांच की जा रही है। आबकारी विभाग के सूत्रों का कहना है कि स्पेशल-26 टीम के बीच बेहतर सामंजस्य होने के कारण नतीजे भी उम्मीदों के अनुरूप आ रहे हैं। टीम के सभी सदस्य एक-दूसरे का सहयोग करने के साथ-साथ जरूरी सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हैं। जिससे शराब तस्करों के बारे में सटीक सूचना मिलने पर तुरंत धावा बोल दिया जाता है। लोनी, ट्रोनिका सिटी, खोड़ा, कौशाम्बी, इंदिरापुरम, लिंक रोड, साहिबाबाद, टीला मोड़, शालीमार गार्डन, नंदग्राम, मधुबन-बापूधाम, कविनगर, विजय नगर, मुरादनगर, मोदीनगर आदि सभी थाना क्षेत्रों में आबकारी विभाग की टीम ने अपनी सक्रियता को इस कदर बढ़ाया है कि शराब तस्करों का धंधा चौपट होने के कगार पर पहुंच चुका है। पूर्व में आबकारी विभाग पर गंभीर आरोप भी लगते रहते थे, मगर इस वक्त नागरिकों का सहयोग भी विभाग को भरपूर मिलता नजर आ रहा है।
राजस्व बढ़ाने में विभाग की रणनीति सफल
राजस्व को बढ़ाने के लिए चलाई गई आबकारी विभाग की मुहिम का नतीजा है कि शराब माफिया को जहां जेल भेजने का काम किया जा रहा है। वहीं राजस्व बढ़ाने के लिए विभाग कोई कोर कसर नही छोड़़ रहा है। आबकारी विभाग ने सितम्बर माह में राजस्व वसूली का रिकॉर्ड भी कायम किया है। पिछले वर्ष सितम्बर माह के सापेक्ष इस वर्ष सितम्बर माह के सिर्फ 15 सिंतबर तक देशी शराब में 79 प्रतिशत, विदेशी शराब में 63 प्रतिशत, बीयर 81 प्रतिशत वसूली हुई है।
हाइवे-ढाबा और शराब की दुकानों पर चला चेकिंग अभियान
उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त उप्र के आदेश के क्रम में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पुलिस-प्रशासन एवं आबकारी विभाग की संयुक्त टीमों द्वारा अवैध शराब की बिक्री एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार रात और गुरूवार को सेक्टर-1 आबकारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा द्वारा हाइवे पर स्थित ढाबों की तलाशी एवं शराब की दुकानों पर औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान किसी भी ढाबे और शराब की दुकान पर अवैध शराब नही पाया गया। माफिया पर शिकंजा कसने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली-मेरठ रोड पर संदिग्ध होटल एवं ढाबों को चेक किया गया। इसके अलावा दिल्ली-लोनी बॉर्डर, वजीराबाद बॉर्डर, ज्ञानी बॉर्डर, आनंद विहार व यूपी गेट पर चेकिंग बढ़ा दी गई है। चिह्नित किए गए कुछ संदिग्ध स्थानों पर भी छापामार कार्रवाई की गई।

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राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि शराब माफिया के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। शराब तस्करों को मनमानी करने की कतई छूट नहीं मिलेगी। जिले में 205 देशी शराब के ठेके, 133 अंग्रेजी शराब की दुकान, 128 बियर की दुकान और 43 मॉडल शॉप हैं। इन प्रतिष्ठानों की निगरानी विभाग की स्पेशल-26 टीम लगातार जांच करती रहती है और सभी चेकिंग प्वांइट पर दिन-रात डटी रहती है। स्पेशल-26 टीम की कार्रवाई का ही नतीजा है कि जिले में लगभग में तस्करी का कारोबार समाप्त हो जा रहा है।