चिकित्सा उपकरण बनाने वाली फैक्ट्री में लगी आग

फैक्ट्री मालिक की उपचार के दौरान मौत, कर्मचारियों की हालत गंभीर

गाजियाबाद। लिंक रोड क्षेत्र के साइट 4 स्थित पीपीई किट और मास्क बनाने की फैक्ट्री में देर रात आग लग गई। आग की सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल विभाग की 12 गाडिय़ों घंटो कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग में झुलसे फैक्ट्री मालिक समेत कई कर्मचारियों की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। आग लगने से भारी नुकसान हुआ है। आग इतनी भयंकर थी कि आसपास की फैक्ट्रियों में काम करने वाले कर्मचारियों में भी हड़कंप मच गया। आग की चपेट में आने से फैक्ट्री मालिक की उपचार के दौरान मौत हो गई।
लिंक रोड थाना क्षेत्र के साइट-4 स्थित ईफर सर्जिमेड फैक्ट्री में सर्जिकल ग्लव्स, मास्क, पीपीई किट, फेस शील्ड, बैंडेज व टेप आदि बनाती है। फैक्ट्री के मालिक दिल्ली निवासी कुणाल बहल (40) की थी। गुरूवार देर रात फैक्ट्री में काम चल रहा था और मालिक के साथ करीब 20 कर्मचारी अंदर मौजूद थे। देर रात करीब 9 बजे के बाद अचानक फैक्ट्री में आग लग गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दमकलकर्मियों के साथ मिलकर 14 लोगों को निकालकर पास के यशोदा अस्पताल व मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया। झुलसे लोगों में दो महिला व बच्चा भी शामिल है। तीन को गंभीर हालत देखते हुए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया है। आग इतनी भीषण थी कि लोगों को बचने का मौका नहीं मिला। बाहर निकाले लोग मदद मिलने से पहले ही करीब 60 फीसद तक झुलस चुके थे।
दिल्ली और गाजियाबाद के अस्पतालों में 11 मजदूर भर्ती हैं। सफदरजंग अस्पताल के बर्न वार्ड के आइसीयू में आठ पीडि़त- जावेद, विवेक, शकीबुल, सुशील, सद्दाम, सैफुल, राशिद अली (सभी महाराजपुर निवासी) एवं अरविद तिवारी (निवासी गाजीपुर, दिल्ली) भर्ती हैं जिनमें से 18 वर्षीय विवेक और 35 वर्षीय सुशील की हालत बेहद नाजुक है। दोनों 95 फीसद तक झुलसे हैं। उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया है। डाक्टरों के अनुसार अन्य छह लोग 20 से 43 फीसद तक झुलसे हैं। इन पीडि़तों का चेहरा व शरीर के कई हिस्सों की त्वचा झुलस गई है। इसके अलावा सांस की नली भी प्रभावित हुई है। इससे सभी को आइसीयू में भर्ती कराया गया है। विश्वनाथ (निवासी रेउसा सीतापुर) और ट्विंकल (निवासी साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट चार) का दिल्ली के डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि मोहित (निवासी रेउसा सीतापुर) का मैक्स अस्पताल, वैशाली (गाजियाबाद) में भर्ती है। दो मजदूरों विवेक अहलावत और शिबी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई है। देर रात एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह और एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह, सीओ इंदिरापुरम अंशु जैन, सीओ आलोक दुबे के साथ आसपास के कई थानों की भारी फोर्स पहुंच गई थी। सीएफओ सुनील कुमार ने बताया कि आग भूतल पर लगी थी। आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि दमकल की 12 गाड़ी आग बुझाने में लगी हुई थीं। आग पर कड़ी मेहनत के बाद करीब 4 घंटे बाद काबू पाया गया। घटनास्थल पर 50 से अधिक दमकलकर्मी मौजूद थे। आसपास जगह न होने के चलते आग बुझाने में परेशानी आई। इस कारण दमकल टीम को फैक्ट्री की दीवारें भी तोडऩा पड़ीं। उन्होंने बताया कि धमाके के साथ फैक्ट्री की दीवार गिरने से भी उसकी चपेट में आकर मजदूर घायल हुए हैं। सभी घायलों का उपचार चल रहा है।
पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि आग से झुलसे मजदूर के भाई की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। हालांकि, कानून के जानकारों की मानें तो चूंकि कुणाल की मौत हो गई है, ऐसे में मुकदमा खत्म हो जाएगा।