ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी: जेवर एयरपोर्ट सहित यमुना प्राधिकरण की 75 हजार करोड़ की परियोजनाएं आकर्षण का केन्द्र

-सेरेमनी में प्रदर्शन के लिए जेवर एयरपोर्ट का मॉडल ग्रेटर नोएडा से लखनऊ के लिए रवाना

ग्रेटर नोएडा। लखनऊ में तीन जून को होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में यमुना प्राधिकरण का जलवा दिखेगा। 10 हजार करोड़ का निवेश करने वाली परियोजनाएं इस कार्यक्रम में शामिल होंगी। साथ ही जेवर एयरपोर्ट का मॉडल आकर्षण का केंद्र रहेगा। मॉडल में सभी रनवे को दशार्या गया है। इसमें कंपनियों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे।
लखनऊ में 3 जून को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) होगी। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत इसमें 75 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को शामिल किया जाएगा। इसके लिए तैयारी अंतिम चरण में है। इस समारोह में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का मॉडल आकर्षण का केंद्र रहेगा। यह मॉडल भी इस समारोह का हिस्सा होगा। ग्रेटर नोएडा से इस मॉडल को लखनऊ के लिए रवाना कर दिया गया। इस मॉडल में पूरी परियोजना को दर्शाया गया है।

इस समारोह में यमुना प्राधिकरण भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराएगा। इस योजना में उन कंपनियों को शामिल किया जाएगा, जिनका नक्शा पास हो चुका हो। यमुना प्राधिकरण की ओर से शासन को भेजी गई सूची में नोएडा अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर, सूर्या ग्लोबल फेलिक्स फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड, हंस वाहिनी शिक्षा समिति, नर्सी मोंजी इंस्टीट्यूट, एवरी डेनिसन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सचेरोम प्रालि, एमटेंडी लिमिटेड, मेडिकल डिवाइस पार्क आदि शामिल हैं। इसमें एवरी डेनिसन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की औद्योगिक इकाई का निर्माण पूरा हो चुका है। यमुना प्राधिकरण ने दो कंपनियों को क्रियाशील प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। इसमें वीवो और एवरी डेनिसन शामिल है। इसके अलावा 220 केवी क्षमता के दो बिजलीघर, एक बिजलीघर की क्षमता वृद्धि और 220 केवीए की एक लाइन का काम भी होना है। इन सभी परियोजनाओं को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शामिल किया गया है।

जीबीसी में शामिल होने वाली कंपनियां ग्रेटर नोएडा में करीब 8000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी और 70 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगी। इस ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए ग्रेटर नोएडा ने फूड प्रोसेसिंग, रोबोटिक्स, हेत्थकेयर व इलेक्ट्रॉनिक्स की तरफ भी कदम बढ़ा दिया है। इससे यहां निवेश व रोजगार के नए आयाम बनेंगे।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ दीप चंद्र ने बताया कि ग्रेटर नोएडा से 44 कंपनियां इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहीं हैं। इनमें यशोदा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, शारदा हॉस्पिटल का ट्रॉमा सेंटर, इंद्र प्रस्थ गैस लिमिटेड, लुलु ग्रुप का फूड प्रोसेसिंग पार्क, प्रमुख रोबोटिक्स निर्माता कंपनी एडवर्ब टेक्नोलॉजी जैसी नामचीन कंपनियों शामिल हैं। यही नहीं, ग्रेटर नोएडा कोरिया व कई अन्य देशों की कंपनियों के लिए औद्योगिक निवेश का गढ़ बन गया है। सैमक्वांग इंडिया लिमिटेड, स्टेरियोन इंडिया लिमिटेड, ड्रीम -टेक इलेक्ट्रॉनिक्स, एलेनटेक इंडिया लिमिटेड जैसी विदेशी कंपनियां यहां बढ़-चढ़कर निवेश कर रहीं हैं।