कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की रणनीति तैयार

गाजियाबाद। शहर में कोरोना संक्रमण का प्रकोप एक बार फिर तेज हो चुका है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी पुन: बढ़ गई है। कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने को स्वास्थ्य विभाग ने रणनीति तैयार कर कमर कस ली है। इसके तहत विभिन्न बिंदुओं पर काम किया जा रहा है। प्रतिदिन नाले-नालियों की सफाई, फॉगिंग, सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश ने बताया कि मुख्य बाजार, घनी बस्ती व अन्य ऐसे क्षेत्र जहां पर कम स्थान पर ज्यादा नागरिक रहते हैं, ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया है।

नगरायुक्त के निर्देश पर काम
वहां पर प्रतिदिन रूटीन में साफ-सफाई के साथ सैनिटाइजेशन के लिए भी नगरायुक्त के निर्देश पर काम कराया जा रहा है। प्रतिदिन की रिपोर्ट की जांच हो रही है। सरकारी अस्पताल, डिस्पेंसरी, सरकारी कार्याल एवं बैंकों में तथा शिकायत प्राप्त होने पर ऐसे स्थान जहां पॉजिटिव केस मिल रहे हैं, वहां पर भी वृहद स्तर पर सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है ताकि किसी प्रकार की असुविधा शहरवासियों को ना हो, साथ ही कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रोन के संक्रमण से शहर को बचाया जा सके। बाजारों, मुख्य चौराहों, आंतरिक गलियों तथा सरकारी व अन्य स्थानों पर भी साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था की जा रही है।मोहल्ला निगरानी समिति सक्रिय
नगर निगम की सुविधाओं को और अधिक व्यवस्थित करने में मोहल्ला निगरानी समितियों का विशेष रूप से योगदान रहा था, जो कि इस बार भी सक्रिय रूप से अपनी सेवाएं दे रही हैं। सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ पार्षदों का भी विशेष योगदान प्राप्त हो रहा है। क्षेत्र में उचित सफाई व्यवस्था, अधिक से अधिक वैक्सीनेशन की सुविधा, मोहल्ले में किसी प्रकार की कोई लापरवाही ना हो, इसका विशेष ध्यान रखना, सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क लगाने के लिए जागरूक करना आदि कार्य यह समितियां करा रही हैं।

रैन बसेरों में भी उचित व्यवस्था
रैन बसेरों में भी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग तथा सैनिटाइजेशन एवं फॉगिंग की व्यवस्था बेहतर कराई गई है, जिससे वहां रहने वाले बेसहारा लोगों को भी किसी प्रकार की हानि ना हो। प्रतिदिन अलाव की व्यवस्था भी रैन बसेरों पर कराई जाती है। शौचालयों की साफ-सफाई व अन्य सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रैन बसेरों का रखा जा रहा है।

निराश्रित एवं बेसहारा गोवंश का संरक्षण
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुज के मुताबिक नगर निगम द्वारा संचालित नंदी पार्क गौशाला में बेसहारा गोवंश को आश्रय दिया जाता है तथा उनके रहने व खानपान की पूरी व्यवस्था की गई है। शीत ऋतु में विशेष ध्यान रखकर मेयर एवं नगरायुक्त के निर्देश के क्रम में टाट बोरी से तैयार पर्दों से उनके निवास स्थान को कवर कराया गया है ताकि ठंडी हवाएं उन्हें प्रभावित ना कर सकें।