बेटियां कलम उठा ले तो बदल सकती है इतिहास: महीपाल सिंह

-अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन

गाजियाबाद। श्री ठाकुर द्वारा बालिका विद्यालय में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। आयोजित शिविर का शुभारंभ विद्यालय की प्रधानाचार्य पूनम शर्मा ने किया। इस दौरान सीओ प्रथम महिपाल सिंह ने छात्राओं को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर उनके अधिकारों के संरक्षण व उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि इस दिन को मनाने का मूल उद्देश्य यही है कि वे जान सके कि उनके सामने आने वाली कठिनाइयों का वह सामना कर सकती हैं। बेटियां समाज में कितनी महत्वपूर्ण है किसी ने सच कहा है कि बेटियां न हो तो परिवार परिवार नही और समाज एक जंगल की तरह दिखाई देगा। देश में लड़कियों के प्रति भेदभाव मिटाने उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक करना है। किसी भी छात्रा को किसी लड़के या व्यक्ति द्वारा परेशान किया जाता है तो वह छात्रा पुलिस हेल्प लाइन नंबर 112, महिला हेल्प लाइन नंबर 1090 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है। देश में लड़कियों के प्रति भेदभाव मिटाने उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा यदि वह कलम उठा ले तो इतिहास बदल सकती है और कदम उठा ले तो भविष्य बना सकती हैं। हमें ऐसे कार्य करने चाहिए जिससे हम दूसरों को भी सही दिशा दे सके।

प्रधानाचार्या पूनम शर्मा ने बालिकाओं से अपील करते हुए कहा कि सभी बालिकाएं खुद शिक्षित बने तथा समाज के विभिन्न वर्ग जो शिक्षा से वंचित हैं उन्हें शिक्षित करने का प्रयास करें। शिविर में विद्यालय की शिक्षिका द्वारा छात्राओं को कन्या भ्रूण हत्या, बालिकाओं के साथ भेदभाव, बालिकाओं के जन्म और शिक्षा के अधिकार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की जाने वाली नि:शुल्क कानूनी सहायता तथा आय प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र वारिसान प्रमाण पत्र की जानकारी दी। उन्होंने कहा बेटी होना हम सब के लिए गर्व की बात है क्योंकि देश की आधी आबादी एक बेटी ही परिवार व समाज बनाती है। हमारी आवाज ही हमारा भविष्य है। इस दौरान इस दौरान विद्यालय के प्रबंधक अजय गोयल, उप प्रधानाचार्य बीनू गर्ग, पूजा श्रीवास्तव, रीना अग्रवाल, दीपिका अग्रवाल, सीमा गुप्ता, रचना वाष्र्णेय आदि मौजूद रहे।