एक माह में गाजियाबाद के लोग गटक गए 119 करोड़ की शराब, बीयर की हुई अधिक बिक्री

-आबकारी विभाग ने जिले में ताबड़तोड़ कार्रवाई कर राजस्व में की बढ़ोतरी
-एक करोड़ की शराब, लग्जरी वाहन जब्त कर शराब तस्करी पर लगाई रोक

गाजियाबाद। दिल्ली में सस्ती और मुफ्त की शराब की बंपर बिक्री ने भले ही जिला आबकारी विभाग के राजस्व को झटका दिया हो। मगर उस चुनौती को अवसर में बदल कर आबकारी विभाग ने भी कार्रवाई का रिकार्ड कायम किया है। साथ ही पिछले साल की अपेक्षा इस साल सिंतबर माह में 15 करोड़ रुपए की अधिक बिक्री की है। शराब तस्करों और दिल्ली की सस्ती शराब के शौकीनों पर गाजियाबाद में प्रभावी कार्रवाई किए जाने का सकारात्मक परिणाम सामने आया है। दिल्ली की नई एक्साइज पॉलिसी करीब 6 माह लगातार जारी रही। जिसके चलते दिल्ली में शराब के शौकीनो को जमकर फ्री की शराब बांटी गई। दिल्ली में शराब की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त का ऑफर भी रखा गया। यानि एक बोतल की खरीद पर एक बोतल फ्री कर दी गई। ऐसे में दिल्ली से गाजियाबाद में शराब तस्करी के मामले का ग्राफ एकाएक बढ़ता चला गया।

जिससे यूपी में आबकारी विभाग को राजस्व आय में गिरावट की चिंता चताने लगी थी। जिस कारण दिल्ली सीमा से सटे गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, बागपत समेत विभिन्न जिले प्रभावित हुए। जिस कारण उत्तर प्रदेश सरकार को प्रत्येक जिले से करोड़ों रुपए का राजस्व नुकसाना उठाना पड़ा। शासन स्तर से दिशा-निर्देश मिलने के बाद विभाग ने पूरी रणनीति के साथ मैदान में अपनी टीम उतारने में देरी नहीं की। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने दिल्ली सरकार की चुनौती को स्वीकारते हुए इसकी भरपाई कार्रवाई के तौर पर पूरी की। बोर्डर, हाईवे, चेक पोस्ट समेत दिल्ली सीमा से जुड़े सभी रास्तों पर दिल्ली से शराब लाने वालों की निगरानी के लिए आबकारी विभाग की टीम दिन और रात को भूलकर शिद्दत से 24 घंटे कार्रवाई में मुस्तैद रही। जिसके सकरात्मक परिणाम भी सामने आए। आबकारी विभाग की कार्रवाई के चलते शराब के सैकड़ों शौकीनों को जेल की हवा तो खानी ही पड़ी, साथ ही तस्करी में प्रयुक्त लाखों रुपए के वाहन से भी अपना हाथ धोना पड़ा।

साथ ही दिल्ली से शराब लाने वाले तस्करों को 1 करोड़ रुपए का झटका भी दिया। यही नही आबकारी विभाग ने कार्रवाई के बीच अपना राजस्व भी अन्य जिलों के मुकाबले सबसे उपर रखा। बता दें कि दिल्ली में नई शराब नीति के चलते जनपद में आबकारी विभाग ने लगातार कार्रवाई के साथ-साथ राजस्व में भी गत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष बढ़ोत्तरी की है। जनपद में शराब माफिया से निपटने के लिए जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह की चाणक्य नीति के चलते ही जिले में काफी हद तक अवैध शराब के कारोबार पर अकुंश लग पाया है। शराब माफिया पर शिकंजा कसने के साथ-साथ वह लाइसेंसशुदा शराब विक्रेताओं को भी समय-समय पर नियम-कानून का पाठ पढ़ाने से नही चूकते है। शराब माफिया से निपटने के लिए गाजियाबाद में जिस प्रकार की कार्रवाई की गई है, वह पहले कभी देखने को नही मिली है।

तस्करों को आबकारी विभाग ने लगाई 1 करोड़ की चपत
दिल्ली शराब की तस्करी कर रहे लोगों पर आबकारी विभाग ने 6 माह में 587 मुकदमा दर्ज करते हुए 364 लोगों को गिरफ्तार किया। करीब एक करोड़ रुपए की 24 हजार 499 लीटर अवैध शराब को जब्त करते हुए तस्करों को झटका दिया। वहीं कार्रवाई में लग्जरी कार, टैम्पो, स्कूटी, बाइक समेत 161 छोटे-बड़े वाहनों को जब्त किया गया। जिला आबकारी विभाग की कार्रवाई के चलते तस्कर एवं शराब शौकीनों में भी एक डर बैठ गया था। क्योंकि दिल्ली शराब के साथ पकड़े जाने वाले लोगों के साथ किसी भी प्रकार की कोई रियायत नही बरती गई। सीधा जेल भेजने की कार्रवाई की गई। जिस कारण दिल्ली से शराब लाने वालों की संख्या में भी कमी आई।

आबकारी विभाग ने राजस्व में की 15 करोड़ की अधिक बढ़ोतरी
आबकारी विभाग ने सितंबर 2021 में गाजियाबाद जनपद से 104.54 करोड़ रुपए का राजस्व वसूला था। इस बार चुनौती बड़ी होने के बाद भी विभाग ने हिम्मत नहीं हारी। सितंबर-2022 की बात करें तो विभाग ने इस माह में 119.34 करोड़ राजस्व वसूल कर अपनी कार्यक्षमता को साबित कर दिया। पिछले साल सितंबर माह में देसी शराब 13 लाख 43 हजार 761 लीटर, अग्रेंजी 8 लाख 71 हजार 595 बोतल, बीयर 24 लाख 42 हजार 103 केन की बिक्री हुई थी। मगर इस बार पिछले साल सिंतबर माह के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए देशी 16 लाख 42 हजार 370 लीटर, अग्रेंजी 9 लाख 79 हजार 740 बोतल और बीयर में 30 लाख 41 हजार 205 केन की बिक्री की है। गाजियाबाद मेंं पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष शराब की अधिक खपत हुई है। इसका सीधा फायदा राज्य सरकार के राजस्व को हुआ है। आंकड़ो के मुताबिक, सबसे अधिक राजस्व देशी शराब से मिला है। खपत बढऩे से प्रदेश सरकार को इस वर्ष सिंतबर माह में गाजियाबाद से करीब 15 करोड़ की अधिक आय हुई है। जिले में बियर, अंग्रेजी व देसी शराब की कुल 509 दुकानें हैं।

राकेश कुमार सिंह 
जिला आबकारी अधिकारी

क्या कहते है आबकारी अधिकारी
जनपद में तस्करी रोकने के लिए रोजाना नई रणनीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम तस्करों पर कार्रवाई करने के लिए लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। आगे भी जनपद में शराब तस्करी पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई जारी रहेगी। अवैध शराब की बिक्री पर सख्ती बरती जारी रही है। जनपद में कोई भी अवैध शराब बिक्री/तस्करी करता पाया जाएग उस पर सख्त कर्रवाई की जाएगी। दिल्ली की शराब हो या फिर अन्य राज्यों की शराब, जनपद में किसी भी प्रकार का कोई भी अवैध शराब का कारोबार बर्दास्त नही किया जाएगा।
राकेश कुमार सिंह 
जिला आबकारी अधिकारी