CM योगी ने मोदीनगर हादसे में दो एआरटीओ व आरआई को किया सस्पेंड, सड़क पर दौड़ रही थी ब्लैक लिस्टेड बस

गाजियाबाद। मोदीनगर स्थित दयावती मोदी पब्लिक स्कूल की बस में खिड़की से उल्टी कर छात्र का सिर टकराने से हुई मौत मामले में शासन ने बड़ी कार्रवाई की है। इस हादसे में स्कूल के साथ आरटीओ प्रशासन की भी लापरवाही उजागर हुई है। जिस बस में यह हादसा हुआ था। उस बस को पूर्व में ही आरटीओ प्रशासन ने ब्लैक लिस्ट कर दिया था। उसके बाद भी वह बस सड़को पर दौड़ रही थी, जिसका संज्ञान आरटीओ प्रशासन ने नही लिया। शासन ने दो एआरटीओ व एक आरआई को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथी प्रदेश भर में अभियान चलाकर स्कूली बसों की जांच करने के निर्देश दिए है। 20 अप्रैल को मोदीनगर में दयावती मोदी पब्लिक स्कूल की बस में सवार छात्र अनुराग भारद्वाज (10) की बस में खिड़की से उल्टी कर रहा था। ड्राइवर की लापरवाही से उसका सिर सड़क किनारे लोहे के गेट से टकरा गया और उसकी मौत हो गर्ई। शुरूआती जांच में पता चला कि बस का फिटनेस नही था। प्रदूषण प्रमाण पत्र की वैधता भी समाप्त हो चुकी थी।
अक्तूबर-2021 में उक्त बस को ब्लैक लिस्टेड भी किया जा चुका था। जिसके बाद स्कूल द्वारा बस को सड़कों पर दौड़ाया जा रहा था। इस घटना के बाद चारों तरफ सवाल उठ रहा है कि ब्लैक लिस्टड बस आखिरकार सड़क पर कैसे दौड रही थी। वहीं आरटीओ प्रशासन ने भी यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया है कि स्कूल बस संचालक को 2 बार नोटिस दिया जा चुका है। गुरूवार रात मुख्यमंत्री कार्यालय से इस मामले में बड़ी कार्रवाई की गई। एआरटीओ (प्रशासन) विश्वजीत सिंह, एआरटीओ (प्रवर्तन) सतीश कुमार और आरआई प्रेम सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। प्रेम सिंह फिलहाल कानपुर आरटीओ कार्यालय में तैनात है। करीब पांच माह पूर्र्व ही उनका गाजियाबाद से कानपुर में ट्रांसफर हुआ था। प्रेम सिंह के कार्यकाल में ही इस बस को ब्लैक लिस्टेड किया गया था, मगर सीज नही किया गया। शासन की कार्रवाई से एक बार फिर भी प्रशासन में हड़कंप मच गया है। वहीं आरटीओ प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 19 स्कूली बसों को सीज किया है और 8 बसों के चालान काटे है। बताया जा रहा है जनपद के 166 स्कूलों की 756 बसों का फिटनेस खत्म हो चुका है, जिन पर जल्द ही कार्र्रवार्ई की जाएगी।