गौतम पब्लिक सी. सै. स्कूल में फेयरवेल पार्टी का रंगारंग आयोजन

लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अच्छे आचरण और संस्कार की जरूरत: पूनम गौतम

गाजियाबाद। गौतम पब्लिक सी. सै. स्कूल पी. ब्लॉक सेक्टर-12 प्रताप विहार में सीनियर छात्रों के लिए जूनियर छात्रों द्वारा फेयरवेल पार्टी का रंगारंग आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। वर्तमान छात्रों ने सीनियर्स के लिए अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत नाट्य प्रस्तुति को काफी सराहा गया। कक्षा-11वीं के छात्रों ने अपने हास्य व्यंग्य कविताओं से सभी का खूब मनोरंजन किया। स्कूल के अन्य छात्रों द्वारा प्रस्तुत ग्रुप डांस ने सभी का मनमोह लिया। इसके अतिरिक्त छात्रों ने नृत्य एवं विभिन्न प्रस्तुतियों से सभी को खूब लुभाया। कक्षा 11वीं के छात्रों द्वारा अपने सीनियर्स को समर्पित कर विदाई गीत प्रस्तुत किए गए। इन कार्यक्रमों के अलावा सीनियर्स के लिए विभिन्न प्रकार के खेल भी कराए गए।

विपिन रावत शर्मा और साक्षी तिवारी को मिस्टर एवं मिस फेयरवेल का खिताब दिया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या पूनम गौतम एवं उप-प्रधानाचार्या तनूजा ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी और सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें अनुशासित रहते हुए परिश्रम करने का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि जीपीएस के छात्र अपने भविष्य को उज्जवल बनाएं तथा अपने माता-पिता व विद्यालय का नाम रौशन करें। विद्यालय के एकेडिमिक हेड चेतन शर्मा ने सभी विधार्थियों को अच्छे अंक लाने के लिए प्रोत्साहित किया और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का आभार जताया।

कोविड- 19 के नियमों का पालन कर कार्यक्रम का समापन किया गया। प्रधानाचार्या पूनम गौतम ने छात्रों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नही है, कोरोना के मामले फिर से बढऩे लगे है। इसलिए कोविड गाइडलाइन का पालन बहुत जरूरी है। थोड़ी लापरवाही अपनों के साथ दुसरों को भी खतरे में डाल सकती है। इसलिए खुद भी जागरूक होते हुए दुसरों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अच्छे आचरण और संस्कार की जरूरत होती है। उप-प्रधानाचार्य तनूजा गौतम ने कहा छात्रों में संस्कार के साथ अनुशासन, नैतिकता, जोश, लक्ष्य व आत्मविश्वास की आवश्यकता होनी चाहिए। सही लक्ष्य का निर्धारण कर परिश्रम करने वालों को ही मंजिल मिलती हैं। उन्होंने कहा अनुशासन हमारे चरित्र और व्यक्तित्व के निर्माण में सबसे अहम भूमिका निभाता है। अनुशासन ही सफलता की चाबी है।