गाजियाबाद मॉडल से प्रभावित चंडीगढ़ नगर निगम ने टीम भेजकर जाना सफलता का राज

-नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के कार्यों की चंडीगढ़ में प्रशंसा, गाजियाबाद की तर्ज पर चंडीगढ़ में भी लागू होगा आमदनी बढ़ाने और कूड़ा निस्तारण का फार्मूला

गाजियाबाद। शहर में जिस तरह नगर निगम कार्य कर रहा है। उस कार्य से प्रेरित होकर उत्तर प्रदेश के कई नगर निकाय प्रभावित हो रहे है। नगर निगम की सभी योजनाएं नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के नेतृत्व में सफल साबित हो रही है। नगर आयुक्त जहां शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में अग्रसर दिखाई दे रहे है। वहीं नगर निगम की आय बढाने की ओर बढ़ रहे है। गाजियाबाद की मॉडल से प्रभावित होकर शुक्रवार को चंडीगढ़ की टीम ने नगर आयुक्त से विस्तृत चर्चा की। नगर आयुक्त ने बताया कि किस प्रकार ड्राई वेस्ट से आय सृजन हो रही है। सूखे कचरे को बेचकर उससे निगम हित के लिए आय सृजन करने का कार्य चल रहा है। इसी प्रकार ईपीआर तथा कार्बन क्रेडिट योजना के बारे में भी विस्तृत जानकारी टीम को दी।

नगर निगम की महत्वपूर्ण योजना प्लास्टिक टूरिज्म, प्लास्टिक वेस्ट, सॉलिड वेस्ट, ट्रिपल आर जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में जानकारी हासिल की। जिसके लिए कार्यशैली भी नगर आयुक्त ने सांझा की। किस प्रकार गार्बेज फैक्ट्री, तथा प्लास्टिक का रिसाइकल का उपयोग में लाने की कार्यशैली को भी समझा, कुशल योजनाओं की सराहना करते हुए संपूर्ण जानकारी के साथ चंडीगढ़ में उसको लागू करने के लिए पॉइंट टू पॉइंट जानकारी चंडीगढ़ की टीम ने हासिल की। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह ने चंड़ीगढ़ की टीम को बताया शहर के सभी 100 वार्डों में नियमित कूड़ा उठान गाडिय़ों से कराया जा रहा है। कूड़े को बेचकर हर माह 28 लाख रुपए की आय हो रही है। कूड़ा निस्तारण के लिए दो फैक्ट्री चल रही हैं, जहां गीला और सूखा कूड़ा अलग किया जाता है। गीले कूड़े से खाद तैयार कराई जा रही है। सूखे कूड़े को रिसाईकिल किया जा रहा है। शहर के 150 से ज्यादा कूड़ाघर खत्म किए गए है। कुछ जगह कूड़ाघर हैं जहां कूड़ा डाला जाता है। उसके बाद गाडिय़ों से कूड़ा भेजा जाता है। सड़कों पर कूड़ा फेंकने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है। सभी वार्ड में कूड़ा उठाने का काम निजी कंपनी को दिया गया हैं।

निगम की आय सृजन योजना से प्रभावित उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ नगर निगम
नगर आयक्त मैडम चंडीगढ़ आनंदिता मित्रा आईएएस द्वारा चंडीगढ़ के हेल्थ ऑफिसर डॉ विनय एम भगत, एक्शन अमित शर्मा को गाजियाबाद योजनाओं का जायजा लेने के लिए भेजा। जो कि गाजियाबाद के लिए बड़े ही गर्व की बात है। नगर निगम की महत्वपूर्ण योजनाओं का जायजा लेने के लिए चंडीगढ़ नगर निगम की टीम गाजियाबाद पहुंची। नगर आयुक्त महोदय के निर्देशानुसार डॉ मिथिलेश द्वारा शहर की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही कार्यस्थल पर जाकर निरीक्षण भी किया। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि चंडीगढ़ से आई टीम को गार्बेज फैक्टरी का निरीक्षण कराया। वहां कैसे काम होता है यह दिखाया गया।

कुशल योजनाओं में गुरु की भूमिका निभा रहा निगम : महेंद्र सिंह तंवर 
नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के नेतृत्व में जिस तरह नगर निगम द्वारा शहर हित एवं सौंदर्यकरण व आमदनी बढ़ाने की ओर आगे बढ रहा है। उसे देख कर उत्तर प्रदेश ही नही बल्कि अन्य राज्य भी निगम के कार्य से प्रभावित हो रहे है। नगर आयुक्त के कार्यों को देख कर हाल ही में प्रमुख सचिव ने भी प्रशंसा की थी और गाजियाबाद नगर निगम के मॉडल को प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू करने की बात कहीं। नगर निगम के बढ़ते कद से शहर के लोग भी अब गर्व महसूस कर रहे है। क्योंकि जिस गाजियाबाद को पहले गंदगी का ढेर कहा जाता था। वहीं अब नगर आयुक्त के कार्यों से सौंदर्यकरण के साथ-साथ विकास की गाथा लिख रहा है। नगर निगम ने वेस्ट चीजों का उपयोग कर उससे शहर की सूरत बदलने के साथ-साथ आमदनी बढ़ाने का भी काम किया है। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि सभी मिलकर शहर को उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि भारत में बेहतर बना सकें। इसके लिए आमजन का सहयोग बेहद जरुरी है। नगर निगम गुरु के रूप में अपनी योजनाओं के बल पर पूछा जा रहा है। जिसके लिए समस्त नागरिक बधाई के पात्र हैं। नगर निगम द्वारा शहर हित में किए जा रहे कार्यों की सराहना उत्तर प्रदेश की सभी नगर निकायों में की जा रही है। जिस पर ना केवल निगम अधिकारी ही दायित्व निभा रहे हैं। बल्कि पार्षदों के साथ शहर के गणमान्य लोगों की भूमिका भी सामने आ रही है। जो कि सराहनीय पहल है।