कुत्तों के आंतक से निजात दिलाने की पहल, नगर निगम में चल रही बड़ी बैठक

-बैठक में मौजूद रहे पीएफए, एनिमल फीडर, आरडब्लूए, एनजीओ, प्रशासनिक एवं निगम अधिकारी

गाजियाबाद। कुत्तों के आंतक से परेशान शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने एक नई पहल की है। जिसे लेकर नगर निगम सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। पिछले कुछ दिनों से कुत्तों के आंतक से शहरवासी खौफजदा है। आलम यह है कि आवारा कुत्ते प्रत्येक दिन सैकड़ों लोगों को काटते हैं और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आवारा व पालतू कुत्तों के आंतक से किस तरह शहरवासियों को निजात दिलाई जा सकें। इन बिदुंओं को लेकर बैठक आयोजित की गई। जिसमें हर सोसायटी के पार्क में कुत्तों को सिर्फ तय समय में ही पार्क में घुमाया जा सकेंगा। पालतू कुत्तों द्वारा की गई गदंगी को मालिक ही साफ करेगा। अगर अवारा कुत्तों के लिए सोसायटी में कुत्ता घर बनाया जाएगा तो उनके द्वारा की गई गदंगी को साफ करने की जिम्मेदारी वहां पर तैनात कर्मचारियों को दी जाएगी। गौरतलब हो कि जनपद में कुत्तों के काटने के मामले पिछले कुछ दिन से लगातार बढ़ रहे है। ज्यादातर घटनाएं शहरी क्षेत्र में हो रही है।

शनिवार को नगर निगम सभागार में स्वान कल्याण तथा आवारा निराश्रित स्वान कि मुद्दे पर एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पीएफए, एनिमल फीडर, आरडब्लूए, एनजीओ, प्रशासनिक अधिकारी तथा नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे। उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ अनुज कुमार सिंह ने बताया कि बैठक का उद्देश्य है कि किस तरह शहरवासियों को कुत्तों के आंतक से बचाया जा सकें और आमजन के सहयोग से कार्रवाई की जा सकें। उच्च न्यायालय के आदेश अनुसार कुत्ते का स्थानांतरण प्रतिबंधित है, अत: कुत्ते को उसके स्थान पर ही रखा जाए। इसके अलावा खाने-पीने का निर्धारित स्थान तथा टीकाकरण व रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से बताया गया। बैठक में एओए, आरडब्लूए के प्रतिनिधियों द्वारा आवारा निराश्रित कुत्ते के बध्याकरण एवं टीकाकरण, खाना खिलाए जाने की जगह को निर्धारित करने के लिए तथा सार्वजनिक स्थानों पर कुत्तों को ना घूमने के लिए तथा गंदगी से संबंधित मुद्दों को उठाया। एनिमल फीडर तथा एनजीओ ने कुत्ते को स्थानांतरण तथा जारी गाइड लाइन पर मुद्दों को उठाया। अन्य कई मुद्दे उपस्थित जनों ने उठाए, जिन पर नगर निगम अधिकारियों ने भी अपना पक्ष रखा।

नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ आशीष कुमार ने समक्ष निराश्रित कुत्ते के बाध्यकरण एवं टीकाकरण का कार्य शीघ्र कराने के लिए बताया। जिसमें एनिमल फीडर तथा आरडब्लूए मदद करेंगे। उन्होंने बताया कि कुत्ते मालिकों से भी अधिक से अधिक संख्या में पंजीकरण कराने के लिए कहा गया। पंजीकरण न कराने की स्थिति में 5 हजार रुपए का जुर्माना के विषय में भी चर्चा की गई। आरडब्लूए तथा कुत्तें को खाना खिलाने वालों से समन्वय करते हुए एक निश्चित स्थान खाना खिलाने के लिए निर्धारित करने के लिए बताया गया। बैठक में कई बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा के बाद समन्वय करते हुए कुत्ते तथा मानव संघर्ष के समाप्ति की ओर कदम रखा। जिसमें स्पष्ट किया गया कि कुत्ते मालिक की जिम्मेदारी है कि कुत्ते मल को स्वयं साफ करें, निराश्रित स्वान के मल को हटाने की जिम्मेदारी भी आरडब्लूए की होगी। सार्वजनिक स्थानों पर कुत्ते को पट्टे का इस्तेमाल कर ही ले जाया जाएगा। बिना पट्टे के कुत्ते को सार्वजनिक स्थानों पर घुमाना प्रतिबंधित है। इसके अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण विषय पर निगम अधिकारियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने चर्चा की। नगर निगम द्वारा समय-समय पर पूर्व में भी कुत्ते को लेकर कई विशेष मुद्दों पर एडवाइजरी जारी की गई है। जिन पर लगातार आरडब्लूए एनजीओ के सहयोग से कार्यवाही चल रही है।