अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस बेटी संरक्षण का लिया संकल्प

-नहीं होने देंगे बालिकाओं पर अत्याचार: ममता सिंह

गाजियाबाद। दुनियाभर में लड़का और लड़की में भेदभाव की घटनाएं सामने आती हैं। बालिकाओं को उनके अधिकारों से वंचित रखा जाता है। बहुत सारे ऐसे मामले सामने आते हैं, जिनमें बालिकाओं को उनके जन्म से लेकर उनके पालन-पोषण के दौरान उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और मानवाधिकारों की हकमारी की जाती है। बालिकाओं को उनका अधिकार और सम्मान देने के साथ ही पूरी दुनिया को जागरूक करने के उद्दश्य से हर साल 11 अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इसी क्रम में रविवार को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर आनंद सेवा समिति के आवास पर अध्यक्ष ममता सिंह ने महानगर में कूड़ा बीनने वाली एक बड़ी बस्ती जो सियानी में है। गत सप्ताह के भीषण अग्निकांड में ध्वज और भस्म हुए 118 परिवारों की महिलाओं और बेटियों के साथ दिवंगत बिटियां जिसकी जलने से जान चली गई थी की आत्मा की शांति के लिए मौन रखकर शोक सभा आयोजित करते हुए कहा कि किस देश में बेटियां असुरक्षित है। आधी आबादी के कुपोषण और तन पर कपड़ा ढकने के लिए अभी समाज और सरकार को आगे आकर बहुत कुछ करना है। इस दौरान बच्चों का खाद्य्य सामाग्री वितरित की। ममता सिंह ने कहा कि इस दिवस का उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों का संरक्षण करना और उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों की पहचान करना है। इसका मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और उन्हें उनके अधिकार प्रदान करने में मदद करना, ताकि दुनिया भर में उनके सामने आने वाली चुनौतियों का वे सामना कर सकें और अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें। साथ ही दुनिया भर में लड़कियों के प्रति होने वाली लैंगिक असामानताओं को खत्म करने के बारे में जागरूकता फैलाना भी है। इस दौरान कविता देवी, योग गुरु देवेंद्र गुप्ता, संगीता, रूबी आदि मौजूद रहे।