गाजियाबाद में अस्थाई से स्थाई एसएसपी बने आईपीएस अधिकारी मुनिराज जी

गाजियाबाद। कार्यवाहक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी की कुशल कार्यप्रणाली पर आखिरकार उप्र शासन ने भरोसा जताया है। उन्हें गाजियाबाद में एसएसपी पद पर अस्थाई से स्थाई तौर पर तैनाती मिल गई है। इसके साथ उनकी पावर भी बढ़ गई है। इसके साथ मुनिराज जी से एसपी अभिसूचना लखनऊ का प्रभार वापस ले लिया गया है। अपने लगभग दो माह के कार्यकाल में एसएसपी मुनिराज जी ने बेहतर काम कर दिखाया है। इसके चलते जनपद में बिगड़ी कानून व्यवस्था पटरी पर लौटती नजर आ रही है। कुछ समय पहले ताबड़-तोड़ अपराधों के कारण गाजियाबाद को लेकर लखनऊ तक में आए दिन हाय-तौवा मचती रहती थी।

विगत 28 मार्च को गोविंदपुरम कॉलोनी में पेट्रोल पंप कर्मचारियों से दिनदहाड़े 23 लाख रुपए की लूट होने पर पुलिस की काफी किर-किरी हुई थी। इसके बाद सीएम ने तत्कालीन एसएसपी पवन कुमार को निलंबित कर दिया था। तदुपरांत शासन ने डीआईजी एलआर कुमार गाजियाबाद भेजने का निर्णय लिया, मगर स्वास्थ्य कारणों से वह गाजियाबाद में तैनाती नहीं ले पाए। ऐसे में गत 3 अप्रैल को शासन द्वारा एसपी अभिसूचना लखनऊ मुनिराज जी को गाजियाबाद एसएसपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था।

अब तक वह अस्थाई रूप से इस पर सेवाएं दे रहे थे। शासन ने गुरुवार की देर शाम आईपीएस अधिकारी मुनिराज जी को गाजियाबाद में एसएसपी पद पर स्थाई तैनाती दे दी। 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी मुनीराज जी अपनी कार्यप्रणाली को लेकर जाने जाते हैं। वह बेहद ईमानदार और मेहनती अधिकारी हैं। कानून व्यवस्था को सुधारने और पुलिस गश्त को बढ़ावा देने के लिए वह खुद समय-समय पर पैदल भ्रमण पर निकल पड़ते हैं। इस दौरान वह आम जन से बात कर कानून व्यवस्था के बारे में फीडबैक भी लेते हैं।