ऑनलाइन करते हैं खरीदारी तो जरूर पढ़ें यह खबर गाजियाबाद में ऑनलाइन बेच रहे थे नामी-गिरामी कंपनी के प्रोडक्ट, पुलिस ने तीन को किया गिरफ्तार

गाजियाबाद। जिले में एसजी कंपनी के नाम पर डुप्लीकेट क्रिकेट बल्ले बेचने वाले गिरोह का नंदग्राम पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए तीन विक्रेता को गिरफ्तार किया है। स्पोटर्स गुड्स की गुणवत्ता पर नजर रखने वाली ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने गाजियाबाद में चार स्थानों पर छापेमारी की। जहां से एसजी कंपनी का रैपर लगे करीब तीन हजार डुप्लीकेट बल्ले बरामद किए है। यह सभी डुप्लीकेट के बल्ले को असली के रुप में दिखाने के लिए रैैपर लगाकर फ्लिपकार्ट व अमेजॉन एवं सोशल मीडिया के माध्यम से बेचने का कारोबार करते थे।
सीओ सिहानीगेट आलोक दुबे ने बताया कि ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया कंपनी की टीम ने अक्तूबर 2020 में फ्लिपकार्ट द्वारा एसजी कंपनी के बल्ले खरीदे थे। कंपनी में जांच हुई तो यह बल्ले डुप्लीकेट पाए गए। जिस विक्रेता के एड्रेस से ये बल्ले भेजे गये थे, वह पता भी गलत था। जिससे की जांच होने पर आरोपी पकड़े न जाए इसके लिए उन्होंने फर्जी पते पर कंपनी खोली हुई थी।


करीब डेढ़ साल तक पीछा करने के बाद ब्रांड प्रोटेक्टर्स की टीम गाजियाबाद में उन चार ठिकानों तक पहुंच गई, जहां से एसजी कंपनी के नाम पर डुप्लीकेट बल्ले बेचने का कारोबार का होता था।
जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ नंदग्राम थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। नंदग्राम थाना प्रभारी अमित कुमार, एसआई अनिल कुमार व ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया कंपनी की टीम ने शुक्रवार को सेवानगर में यश ट्रेडर्स, अविनाश टैक्नोलॉजी, लक्ष्य एंटरप्राइज व लविका एंटरप्राइज, आयरन स्पोट्र्स एटदारेट एलाइट एन्टरप्राइजेज पर छापा मारा। जहां से पुलिस ने दीपक पुत्र इलम चंद, अभिषेक पुत्र उदयनारायण निवासी सेवान नगर नंदग्राम व सुरेंद्र शर्मा पुत्र ओमप्रकाश शर्मा निवासी मीट नगर दिल्ली को गिरफ्तार किया। वहीं आरोपी के साथी दीपक का भाई आकाश, अविनाश व सुरेन्द्र फरार है। आरोपियों की निशानदेही पर एसजी कंपनी का स्टीकर लगा तैयार 2159 बल्ले, 896 अधबने बल्ले एसएस-276, एसजी-776, एमआरएफ-66, वोल्फ प्राइड-100, स्पारोन-45 कंपनी के बरामद किए गये और 1181 स्टीकर एसएस, एसजी, एमआरएफ, वोल्फ प्राइड, स्पारोन कंपनी के स्टीकर बरामद किया गया।

ओरिजनल बल्ला 2 हजार व डुप्लीकेट 800 
नंदग्राम थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि पकड़े गये आरोपी सुरेंद्र निवासी सूरजकुंड मेरठ से प्लेन बल्ला 300 और 350 रुपए में खरीदते थे। जिसके बाद गाजियाबाद में लाकर उन्हीं बल्लों पर नामचीन कंपनियों का स्टीकर चिपकाकर ईकॉमर्स वेबसाइट पर 800 रुपए से 1 हजार रुपए तक ऑनलाइन बेचते हैं। एसजी के ओरिजनल बल्ले की मार्किट में कीमत करीब दो से ढाई हजार रुपए है। असली और डुप्लीकेट में भारी अंतर होने के कारण खरीददार भी सस्ता बल्ला खरीदना पंसद करते थे। जिसका उन्हें फायदा मिलता था। चारों दुकानदार रोजाना 300 से 400 बल्ले ऑनलाइन बेच देते थे। उन्होंने बताया ईकॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट डुप्लीकेट स्पोटर्स गुड्स प्रोडक्ट ऑनलाइन बेचने के लिए सेलर से 20 फीसदी कमीशन लेता है। पूर्व में मेरठ में उक्त मामले मेंं फ्लिपकार्ट वेयर हाउस के दो मैनेजर भी गिरफ्तार हो चुके है। जिसके बाद भी नकली बल्ला बेचने का कारोबार बंद नही था।