कच्ची शराब से महका रहे थे खादर क्षेत्र, सुलगती शराब भट्टी हुई ध्वस्त

-70 लीटर कच्ची शराब बरामद, 2800 किलोग्राम लहन नष्ट

गाजियाबाद। हिंडन खादर क्षेत्र में धधक रही शराब की भट्टी को एक बार फिर समय रहते आबकारी विभाग की टीम ने नष्ट कर दिया। हिंडन खादर क्षेत्र कच्ची शराब बनाने के लिए बदनाम भले हो, मगर इस बदनामी के दाग को धोने के लिए आबकारी विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। खादर क्षेत्र में आबकारी विभाग की टीम के पहुंचने से पहले कच्ची शराब निर्माता अपने ठिकानों से भाग जाते हैं। भट्टी और लहन को नष्ट कर हो जाती है और आबकारी विभाग के अधिकारियों के लौटने के बाद फिर यहां भट्टियां सुलग उठती हैं। यही सिलसिला कोई नया नही है, बल्कि सालों से चल रहा है। मगर पिछले कुछ वर्षों से आबकारी विभाग की टीम की कार्रवाई के चलते शराब माफिया अपने मंसूबों में कामयाब नही हो पा रहे है। कच्ची शराब के निर्माण के लिए हर बार शराब माफिया को 50 हजार से अधिक रुपए का नुकसान उठाना पड़ जाता है। मगर उसके बाद अगले दिन नई उम्मीद के साथ माफिया फिर से हजारों रुपए खर्च कर शराब की भट्टी सुलगाते है। हिंडन खादर क्षेत्र समेत अन्य स्थानों पर बन रही शराब सरकारी राजस्व को चूना लगने के साथ ही सेहत के लिए भी बेहद हानिकारक है। जिसे गुड़ और शीरे से तैयार किया जाता है। इसे अधिक नशीला बनाने के लिए इसमें यूरिया मिला दिया जाता है। यूरिया का इस्तेमाल से शराब का निर्माण कम समय में भी हो जाता है। वहीं बिना किसी सावधानी बनने वाली इस शराब की तीव्रता का भी कोई मानक नहीं होता।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम द्वारा की जा रही कार्रवाई के चलते जनपद में कच्ची शराब का कारोबार शुरुआत से पहले ही समाप्ती की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने बुधवार सुबह हिंडन क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए अवैध रुप से कच्ची शराब बरामद कर लहन को मौके पर नष्ट कर दिया।
उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में डीएम एवं एसएसपी के निर्देशन में संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन मेरठ व उप आबकारी आयुक्त मेरठ प्रभार मेरठ के कुशल पर्यवेक्षण में एवं जिला आबकारी अधिकारी द्वारा अवैध शराब की बिक्री, परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि आबकारी निरीक्षक त्रिवेणी प्रसाद मौर्य की टीम द्वारा लोनी व टीला मोड़ अंतर्गत सीती, रिस्तल, महमूदपुर, हिंडन खादर आदि स्थानों में दबिश दी गई। दबिश के दौरान लगभग 70 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद किया गया और करीब 2800 किलोग्राम लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम के तहत दो अभियोग पंजीकृत किया गया। उन्होंने बताया हिंडन खादर क्षेत्र में अवैध शराब के निर्माण पर रोक लगाने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। आबकारी निरीक्षक एवं मुखबिर तंत्र पूरी तरह से एक्टिव है। खादर क्षेत्र में दबिश के दौरान टीम को करीब एक से डेढ़ किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है। जब तक टीम पहुंंचती है, तब तक आरोपी नहर की ओर फरार हो जाते है। जिस कारण उन्हें पकड़ पाना मुश्किल हो जाता है।

दलदल से भरे है भट्टियों तक पहुंचने के रास्ते
शराब माफिया ने जहां भट्टियां लगाते है, वहां पहुंचने के रास्ते कांटेदार और दलदल से भरे हैं। दो से तीन किलोमीटर पैदल चलने के बाद कच्ची शराब तैयार करने का कारोबार करते है। चार से पांच मीटर के चकोर गड्ढे में गुड़, लाहन आदि डाल कर 7 से 10 दिन तक सड़ा कर यह जहर बनता है। जितना ज्यादा बदबू व कीड़े होगा उतना ज्यादा नशा मिलता है। कभी-कभी कम समय में कच्ची शराब को तैयार करने के लिए नौसादार का भी प्रयोग करते है। जिसके इस्तेमाल से उक्त शराब 4 से 5 दिन में तैयार हो जाती है।