शराब कारोबारी कुणाल चावला को फिर झटका, साढ़े दस लाख कीमत की बीयर सीज

आबकारी विभाग ने डेढ़ माह के भीतर तोड़ा रसूखदार का तिलिस्म

गाजियाबाद। जिला आबकारी विभाग ने दिल्ली के चर्चित शराब कारोबारी कुणाल चावला को एक और झटका दिया है। चावला द्वारा बिक्री के लिए मंगाई गई करीब साढ़े दस लाख रुपए मूल्य की बीयर को सीज कर दिया गया है। इसके पहले 2 बीयर शॉप को सील किया गया था। व्यापारी नेता का कारोबारी बेटा कुणाल चावला पिछले साल के अंत में उस समय एकाएक सुर्खियों में आ गया था जब आबकारी विभाग की टीमों ने मेरठ रोड पर अवैध गोदाम में छापा मारा था। वहां गलत तरीके से स्टॉक कर रखी गई लगभग 10 करोड़ रुपए लागत की शराब बरामद की गई थी। इस कार्रवाई के बाद से चावला फरार चल रहा है। कुणाल चावल के रसूख को चुनौती देकर पिछले कुछ समय में उसके खिलाफ जिस प्रकार की ताबड़-तोड़ कार्रवाई की गई है, उसका श्रेय कहीं न कहीं जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं उनकी टीम को भी जाता है।

राकेश कुमार सिंह अपनी सख्त कार्यप्रणाली को लेकर जाने जाते हैं। जनपद गाजियाबाद में तैनाती के बाद से उन्होंने शराब माफिया के खिलाफ जिस प्रकार की सख्त कार्रवाई की, वैसा पहले कभी देखने को नहीं मिला। मेरठ जोन के संयुक्त आबकारी आयुक्त महेंद्र सिंह, उप आबकारी आयुक्त आर.के. शर्मा एवं जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने विगत 29 दिसम्बर 2021 को मेरठ रोड के पास मोरटा एक गोदाम पर छापा मारा था। जहां गलत तरीके से स्टॉक कर रखी गई इंपोर्टेड शराब का जखीरा बरामद हुआ था। बरामद शराब का मूल्य करीब-करीब चार करोड़ रुपए था। यह गोदाम दिल्ली निवासी कुणाल चावला ने किराए पर ले रखा था। व्यापारी नेता के बेटे कुणाल का यह कारनाम सामने आने के बाद उसकी मुश्किलें बढ़ती चली गई। जांच में पता चला था कि कुणाल को इस प्रकार इंपोर्टेड शराब को स्टॉक में रखने की अनुमति नहीं थी।

टैक्स चोरी के लिए ऐसा किया जा रहा था। इस कार्रवाई को दबाने के लिए आबकारी विभाग के अधिकारियों पर दबाव भी बनाया गया था। दरअसल कुणाल चावला के कुछ राजनीतिज्ञों से भी अच्छे संबंध हैं। उसके पिता भी व्यापारी नेता होने के कारण राजनीति में अच्छी पकड़ रखते हैं, मगर जिला आबकारी अधिकारी के अड़ जाने की वजह से कुणाल चावला अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाया था। गोदाम पर कार्रवाई के कुछ दिन बाद आबकारी विभाग ने कुणाल चावला की बजरिया और लोहिया नगर स्थित बीयर शॉप पर छापामार कार्रवाई की थी। दोनों दुकानों को सील कर दिया गया था। ताजा खबर यह है कि विभाग ने अब बजरिया से 165 एवं लोहिया नगर बीयर शॉप से 262 पेटी को जब्त किया है। जिनकी कीमत करीब साढ़े दस लाख रूपए है। पिछले डेढ़ माह के भीतर कुणाल चावला के खिलाफ यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है।

लोनी में शराब माफिया पर कार्रवाई

विधान सभा चुनाव के मद्देनजर सक्रिय आबकारी विभाग की टीम ने हिण्डन खादर क्षेत्र में लोगों की जान से खेलने वाले शराब माफिया के सिंडिकेट पर आबकारी विभाग की टीम वज्रपात बनकर टूटी रही है।
आबकारी विभाग की कार्रवाई का खौफ माफिया में बखूबी दिख रहा है। यही वजह है कि आबकारी विभाग की कार्रवाई से बौखलाए शराब माफिया ने कार्रवाई के कुछ दिन बाद फिर से अवैध शराब का कारोबार शरू कर देते है और आबकारी विभाग की टीम शराब बनने से पहले ही उनकी भट्टी को तोडऩे के लिए पहुंच जाती है। विधान सभा चुनाव को लेकर आबकारी विभाग की टीम हिण्डन खादर क्षेत्र के अलावा शराब तस्करों के संबधित ठिकानों पर पहरा दिए है। इसी कड़ी में आबकारी विभाग की टीम ने हिण्डन खादर क्षेत्र में कार्रवाई के दौरान 2000 किलोग्राम लहन एवं 425 लीटर कच्ची शराब बरामद किया है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अवैध शराब का निर्माण, बिक्री एवं परिवहन रोकने को चलाए जा रहे प्रवर्तन अभियान के तहत आबकारी निरीक्षक सीलम मिश्रा, आबकारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा, आबकारी निरीक्षक रमाशंकर सिंह, आशीष पाण्डेय, अरूण कुमार, त्रिवेणी सिंह मौर्य, त्रिभुवन सिंह हंयाकी, प्रशिक्षु ईसा गोयल और टीला मोड़ एवं लोनी थाना पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मंगलवार को  संघन छापेमारी की गई। रिस्तल, भूपखेड़ी, महमूदपुर एवं हिंडन खादर क्षेत्र में संदिग्ध स्थलों पर दबिश देकर गहन तलाशी ली गई। दबिश के दौरान लगभग 2000 किलोग्राम लहन एवं 425 लीटर कच्ची शराब बरामद हुई। बरामद शराब को जब्त कर लहन को मौके पर नष्ट कर आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में 4 अभियोग पंजीकृत किए गए।