बसपा के पूर्व विधायक का स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने जाना हाल

-आम हो या खास कोरोना किसी को नहीं छोड़ती, सर्तकता जरूरी: डॉ अनुज अग्रवाल

गाजियाबाद। जनपद में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बाद भी लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग नही हो रहें है। जिसका नतीजा तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के मामले में वृद्धि होना है। बसपा के पूर्व विधायक सुरेश बंसल भी कोरोना की चपेट में आ गये है। जिसके बाद उन्हें कौंशाबी के यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहां उनकी हालत स्थिर है। यशोदा हॉस्पिटल कौशांबी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनुज अग्रवाल ने बताया कि बसपा के पूर्व विधायक सुरेश बंसल (80) को कोविड-19 के संक्रमण के चलते गुरूवार दोपहर को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। पूर्व विधायक का हाल जानने के लिए स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने हॉस्पिटल पहुंचकर उनका हाल-चाल जाना और उपचार कर रहें डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। श्री बंसल का इलाज कर रहे डॉ आरके मणि, डॉ केके पांडे, डॉ अंकित सिन्हा ने बताया कि श्री बंसल को दो-तीन दिनों से कोविड-19 का संक्रमण था जो बढ़ गया और उन्हें सांस की ज्यादा तकलीफ होने की वजह से अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। शाम तक उनके शरीर में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा और बढऩे लगी जिसकी वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर ले लिया गया। स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने सुरेश बंसल के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और डॉक्टरों को उनका ध्यान रखने के लिए आभार व्यक्त किया। पूर्व विधायक का उपचार डॉक्टरों की सघन निगरानी में कोविड-19 आईसीयू में चल रहा है।
डॉ अनुज अग्रवाल ने बताया कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। सुरक्षा के लिए कोविड गाइडलाइन के नियमों का पालन बहुत जरूरी है। आम हो या खास कोरोना किसी को नहीं छोड़ती। लापरवाही का खामियाजा हर किसी को भुगतना पड़ता है। उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण से बेफिक्र लोग इन व्यस्ततम बाजार में बिना कोरोना नियमों का पालन किए जमकर खरीदारी कर रहे हैं। बाजारों में ग्राहक तो ग्राहक, दुकानदार भी कोरोना को लेकर लापरवाह दिखाई देते है। एक वक्त जब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चरम पर थी, तब हर कोई इससे खौफजदा व सतर्क था। लेकिन थोड़ी सी स्थिति सामान्य होने पर लोगों में कोरोना जैसी बीमारी से बचाव को लेकर सतर्कता नहीं हैं। कई लोगों के मास्क भी नाक के नीचे लटके रहते हैं। यही हाल रहा तो जल्द कोरोना संक्रमण की दुसरी लहर की तरह फिर से हालात पैदा हो सकते है। इसलिए अपने साथ दुसरों को भी कोरोना के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। तभी हम कोरोना की इस लड़ाई से लड़ सकते है।