बड़े काम की मियावकी पद्धति, नगर निगम के प्रयासों से बढ़ी हरियाली

-साईं उपवन में सालभर में वृक्ष बन गए 2021 पौधे  

गाजियाबाद। नगर निगम ने मियावकी पद्धति से शहर को हरा-भरा बनाने की मुहिम छेड़ रखी है। यह मुहिम अब रंग ला रही है। पिछले वर्ष 2021 पौधे मियावकी पद्धति से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में रोपित किए गए थे। साईं उपवन में यह पौधे लगाए गए थे। नगर निगम द्वारा सभी पौधों का समय-समय पर रख-रखाव किया गया। वर्तमान में सभी 2021 पौधे वृक्ष के रूप में लहरा रहे हैं। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि महापौर आशा शर्मा तथा क्षेत्रीय पार्षदों की उपस्थिति में मियावकी पद्धति से शहर में पौधरोपण कराया गया। ग्रीनरी बढ़ाने में यह योजना पूर्णतया सफल रही। शत-प्रतिशत पौधे वृक्ष में तब्दील हो गए हैं और पर्यावरण को बेहतर बनाने में सहयोग मिला है। इस योजना को आगे बढ़ाकर नगर निगम सीमांतर्गत अन्य क्षेत्रों में भी इसी पद्धति से वृहद स्तर पर पौधरोपण करने की तैयारी चल रही है। जिसके क्रम में कविनगर इंडस्ट्रियल एरिया में एक माह पूर्व 7000 पौधे मियावाकी पद्धति से लगाए गए थे।

इसी के अनुरूप पुन: 10000 पौधे मियावकी पद्धति से लगाए जाएंगे। इसके अलावा भी शहर में विभिन्न स्थानों पर पार्षदों एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग से इसी प्रकार पौधरोपण किया जाएगा ताकि शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने में सफल प्रयास किया जा सके। नगरायुक्त तंवर का कहना है कि शत-प्रतिशत पौधों का वृक्ष में तब्दील होना एक बहुत बड़ी सफलता है, जिसमें नगर निगम के उद्यान विभाग का विशेष योगदान व मेहनत रही है। उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह ने बताया कि शहर में अन्य स्थानों पर रोपित पौधों का रख-रखाव भी इसी उद्देश्य से किया जा रहा है कि शहर में जितने पौधे लगाए जाएं वह वृक्ष में पूरी तरह बदल सकें और नागरिकों को इसका लाभ प्राप्त हो सके। इसी योजना को आगे बढ़ाकर जन सहयोग से कार्य किया जाएगा, जिसमें सीएसआर एक्टिविटी वाली कंपनियां भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। उद्यान प्रभारी का कहना है कि शहर को हरा-भरा रखने के लिए नगर निगम हरसंभव प्रयास कर रहा है। आगे भी इन प्रयासों में कोई कमी नहीं आएगी।