गोवर्धन पर नगर निगम ने की गो सेवा, कर्मचारियों का बढ़ाया मनोबल

नंदी पार्क पहुंचे उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी

गाजियाबाद। नगर निगम ने शुक्रवार को गोवर्धन पर्व अलग तरीके से मनाया। गोवर्धन पर्व पर नगर निगम के अधिकारी गो सेवा करने के लिए नंदी पार्क पहुंचे। वहां गोवंश को गुड़ खिलाया गया। इसके अलावा वहां कार्यरत कर्मचारियों को मिठाई बांटी गई। संबंधित कर्मचारियों का मनोबल भी बढ़ाया गया। उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज कुमार सिंह ने नंदी पार्क में गोवंश की स्थिति और वहां उपलब्ध सुविधाओं की भी जानकारी ली। दीपावली के अगले दिन यानी शुक्रवार को गोवर्धन पर्व धूमधाम से मनाया गया। ऐसे में नगर निगम भी कतई पीछे नहीं रहा। नगर निगम के अधिकारियों ने नंदी पार्क जाकर न सिर्फ गोवंश की सेवा की बल्कि वहां कार्यरत कर्मचारियों का भी मनोबल बढ़ाया। उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज कुमार सिंह ने नंदी पार्क में काफी समय गुजारा।

आवारा पशुओं से दुर्घटनाओं में कमी
नगर निगम निराश्रित गोवंश को भी आश्रय देकर उनकी देखभाल कर रहा है। ऐसे में शहर में आवारा पशुओं से होने वाली दुर्घटना में भी कमी आई है। मेयर आशा शर्मा तथा नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के निर्देश पर नंदी पार्क की व्यवस्थाओं को काफी हद तक सुधारा गया है, जिससे वहां गोवंश संरक्षण पहले से ज्यादा आसान हो गया है। नंदी पार्क में व्यवस्थाएं सुधारने और सुविधाओं में वृद्धि करने के लिए नगर निगम स्तर से हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। नंदी पार्क में गोवंश को समय से चारा-पानी मिलने के साथ-साथ चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध हो रही है।शुद्ध गोबर से निर्मित दियों से फैली रोशनी
उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज कुमार सिंह ने बताया कि नंदी पार्क में गोवंश के शुद्ध गोबर से निर्मित दियों से दीपावली पर्व पर समूचे शहर में जगमगाहट रही। गोवर्धन पर्व पर भी विभाग ने नंदी पार्क में गोवंश का ख्याल रखा। उन्होंने बताया कि दीपावली पर्व पर शुद्ध गोबर से बने दीपों को अधिक से अधिक इस्तेमाल किया गया। गोवर्धन पर्व पर नंदी पार्क के कर्मचारियों को मिठाई बांटी गई। नंदी पार्क में भी 5100 दीपों को जलाकर शोभा बढ़ाई गई। नंदी पार्क में पशुओं की देखभाल के लिए समय-समय पर नई-नई योजनाएं बनाई जाती हैं ताकि वहां निराश्रित पशुओं को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। प्रतिदिन उनके खाने-पीने, स्नान व अन्य सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। सफाई व्यवस्था का भी काफी ध्यान रखा जा रहा है।