निवर्तमान मेयर आशा शर्मा ने गाजियाबाद को दी विकास की नई पहचान: राजेन्द्र शर्मा

गाजियाबाद के लिए आशा शर्मा जरुरी, श्री परशुराम युवा सेना ने की टिकट देने के मांग

गाजियाबाद। यूपी नगर निकाय चुनाव का एलान होने के साथ ही अब शहर की सरकार चुनने का वक्त आ गया है। निकाय चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। सभी राजनीति दलों ने अपनी-अपनी तैयारी तेज कर दी है, वहीं गाजियाबाद की बात की जाए तो यहां पर बीजेपी का वर्चस्व रहा है। गाजियाबाद मेंं कई दशकों से बीजेपी का ही मेयर जीतता हुआ आ रहा है। वहीं दूसरी तरफ ज्यादातर नगर निकायों पर बीजेपी का ही कब्जा है, ऐसे में इस बार भी बीजेपी यहां कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती है। राष्ट्रीय लोकदल ने अपना पहला पत्ता खोल दिया है।

लोनी से निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष रंजीता धामा पर दांव लगाया है। रंजीता धामा पिछला चुनाव भाजपा के टिकट पर जीती थीं। विधान सभा चुनाव में पार्टी से बगावत करके निर्दल चुनाव लड़ी थीं। भाजपा प्रत्याशी नंदकिशोर गुर्जर ने उन्हें मात दी थी। भाजपा ने इस बार अब तक यहां पर अपना पत्ता नहीं खोला है। भाजपा से टिकट मांगने वालों की लंबी लाइन है। भाजपा, कांग्रेस और बसपा को छोड़ सभी पार्टियों ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। रालोद ने नगर पालिका परिषद मोदी नगर से विनोद गौतम, नगर पालिका परिषद मुरादनगर से सलमा व नगर पंचायत पतला से रीता चौधरी को प्रत्याशी घोषित किया है। समाजवादी पार्टी ने नगर निगम के महापौर के लिए नीलम गर्ग को प्रत्याशी बनाया है। गाजियाबाद में मेयर के टिकट को लेकर निवर्तमान मेयर आशा शर्मा का नाम एक बार फिर से जोरों शोरों से चल रहा है। लेकिन अब आवाज शहर की जनता उठा रही हैं।

लोगों का कहना है कि पांच वर्ष में निवर्तमान मेयर आशा शर्मा ने गाजियाबाद के स्वरुप को बदलने का काम किया है। जो कार्य पिछले कार्यकाल के मेयरों ने नही किया, वह कार्य उन्होंने पांच साल में करके अपनी कार्यशैली को साबित कर दिखाया है। कोरोना काल के दौरान भी उन्होंने घर से बाहर निकल कर शहर की जनता का ख्याल रखा। शहर की सफाई व्यवस्था, भू-माफिया से जमीन कब्जा मुक्त, शहर को कचरा मुक्त, प्लास्टिक मुक्त बनाने के साथ हरियाली गाजियाबाद बनाने पर जोर दिया है। जिसका परिणाम यह है कि आज गाजियाबाद कचरा मुक्त शहर बन गया है। इन सबके साथ कई सामाजिक संगठन भी खुलकर आशा शर्मा को अपना समर्थन दे रहे हैं। उनका कहना है कि अगर एक बार फिर से आशा शर्मा को भाजपा टिकट देती है तो शहर के विकास को ओर रफ्तार मिलेगी।

मंगलवार को श्री परशुराम युवा सेना के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा (राज) ने पत्र जारी करते हुए आशा शर्मा के समर्थन में भाजपा से टिकट देने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा (राज) ने बताया कि गाजियाबाद की जनता भली-भांति जानती है कि निवर्तमान मेयर आशा शर्मा, जिनके 5 वर्ष में से 2 वर्ष वैश्विक महामारी कोविड-19 में रहे। जिसमें उनके नेतृत्व में नगर निगम ने बहुत ही सराहनीय कार्य किए चाहे वह सेनेटाइजेसन हो, फागिंग हो, गरीबों को भोजन की व्यवस्था हो, मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराए जैसे लोगों को बेड प्रोवाइड करवाए। उनके चिकित्सा की व्यवस्था कारवाई। उसके बावजूद उनके पास 3 वर्ष बचे, 3 वर्ष में मेयर ने गाजियाबाद में इतने कार्य किये कि पूरे भारत में गाजियाबाद 367वें स्थान पर था। लेकिन आज गाजियाबाद की मेयर आशा शर्मा के नेतृत्व में 12वें स्थान पर है। यह गाजियाबाद के लिए बड़ी उपलब्धि है। वहीं उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद का स्थान 24 नंबर पर था जो आज नंबर 1 पर है। नितर्वमान मेयर आशा शर्मा ने एक अभिभावक के रुप में शहर की जनता का विशेष ख्याल रखा।

उन्होंने भाजपा के हाईकमान एवं संगठन से मांग करते हुए कहा कि गाजियाबाद के विकास के लिए मेयर आशा बहुत जरुरी है। आशा शर्मा को एक बार फिर दोबारा उनके कुशल नेतृत्व और कार्य को देखते हुए टिकट दिया जाए। परशुराम युवा सेना आशा शर्मा का समर्थन करती है और पूर्ण विश्वास दिलाती है कि अगर आशा शर्मा जी को दोबारा टिकट मिलता है तो हम पूर्ण तरीके से आप को समर्थन करेंगे और उनको दोबारा विजयी बनाएंगे।