औद्योगिक क्षेत्रों की सड़कों का नगर निगम करेगा कायाकल्प 10 अक्टूबर को चीफ इंजीनियर एनके चौधरी दिल्ली में देंगे प्रेजेंटेशन

गाजियाबाद। नगर निगम सीमा क्षेत्र में शहर के 14 औद्योगिक क्षेत्रों में 130 करोड़ रुपए की लागत से बनाई जाने वाली सीमेंटेड सड़कों का दिल्ली में आगामी 10 अक्टूबर को प्रेजेंटेशन दिया जाएगा।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने नगर निगम के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी को सड़कों के प्रेजेंटेशन के लिए दिल्ली बुलाया है। शहर के औद्योगिक क्षेत्रों की हालत बहुत खस्ताहाल है। इनमें बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र के अलावा कविनगर, मेरठ रोड, साहिबाबाद, साउथ साईड ऑफ जीटी रोड, मोहननगर औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं। औद्योगिक संगठनों की कई बार मांग के बाद नगर निगम ने सितंबर माह में औद्योगिक क्षेत्र में ड्रोन से खस्ताहाल सड़कों का सर्वे कराया था।

ड्रोन से सर्वे में सभी प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों की चार- चार खस्ताहाल सड़कों को लिया गया था। इन सड़कों को सीसी रोड बनाने में 130 करोड़ रुपए का खर्च होने का प्रस्ताव बनाया गया हैं। नगर निगम ने सभी सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव बनाकर केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय को भेजा था और इसके लिए 50 करोड़ रुपए फंड मांगा था।नगर निगम के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी ने बताया कि निगम में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के वायु प्रदूषण शाखा को प्रस्ताव भेजा गया था। प्रदूषण शाखा द्वारा एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने की दिशा में हर साल कारगर प्रयास किए जाते हैं।

निगम ने इसी के तहत शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में सीसी रोड बनाने का प्रस्ताव भेजा था। चीफ इंजीनियर ने बताया कि नगर निगम के इस प्रस्ताव पर 10 अक्टूबर को प्रेजेंटेशन देने के लिए बुलाया गया है। औद्योगिक क्षेत्रों की प्रमुख खस्ताहाल सड़कों का पूरा ब्यौरा लेकर एवं इसकी वीडियोग्राफी कराकर 10 अक्टूबर को दिल्ली में प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रजेंटेशन के बाद मंत्रालय औद्योगिक क्षेत्रों की सड़कों की हालत और उनकी प्रमुखता को देखकर ही फंड जारी करेगा। उन्होंने दावा किया कि 50 करोड़ रुपए मिलने पर तीन से चार महीने के अंदर औद्योगिक क्षेत्रों की खस्ताहाल सड़कों को दुरुस्त कर दिया जाएगा। इससे औद्योगिक क्षेत्रों में होने वाले वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी।