प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक बस सेवा: पहले चरण में गाजियाबाद को मिलेगी 50 बसें: केसरी नंदन

गाजियाबाद। प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक बस सेवा योजना के अंतर्गत जिले को पहले चरण में 50 इलेक्ट्रिक बसें मिलेगी। इन बसों के नवंबर में दीपावली के बाद पहुंचने की संभावना है। इलेक्ट्रिक बसों का पड़ोस के जिलों को भी जोड़ा जाएगा। इन वातानुकूलित बसों में यात्री सफर कर मेट्रो ट्रेन जैसा अनुभव कर सकेंगे। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के गाजियाबाद रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक केसरी नंदन चौधरी ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक बस सेवा योजना के तहत 150 इलेक्ट्रिक बस मिलने वाली हैं। पहले चरण में अगले महीने 50 इलेक्ट्रिक बसें मिलने की उम्मीद है। इन बसों को जिन मार्गों पर चलाया जाएगा। उसके लिए पहले सर्वे होगा। इसके बाद इनके संचालन की तारीख तय की जाएगी। ई-बस डिपो प्रभारी ज्योति सक्सेना ने बताया कि इनके संचालन से लेकर चार्जिंग स्टेशन बनाने तक शासन स्तर पर कवायद तेज हो गई है।

उन्होंने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होने के बाद लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।लोगों को जनपद के पास के जिलों में जाने के लिए हर बस स्टॉप पर पांच मिनट में बस मिलेगी। 15 हजार से अधिक यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा। इन बसों के संचालन से पॉल्यूशन में भी कमी आएगी। इन बसों के लिए अलेग से चार्जिंग स्टेशन भी बनाया जाएगा। रोडवेज के आरएम केसरी नंदन ने बताया कि जिले में इन इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से प्रदूषण कम होगा। इनका संचालन शुरू होने से सार्वजनिक परिवहन सिस्टम भी बेहतर होगा।

इन बसों को सभी रूटों पर चलाया जा सकता है। इससे निजी वाहनों के इस्तेमाल में भी कमी के साथ प्रदूषण के स्तर में भी कमी आएगी। इन इलेक्ट्रिक बस सेवा के अंंतर्गत गाजियाबाद जिले को मिलने वाली ई-बसों को मेरठ, हापुड़, नोएडा, बागपत, बुलंदशहर आदि शहरों को जोड़ा जाएगा। इससे इन शहरों के लिए सफर करने वाले यात्रियों को वातानुकूलित बसों का लाभ मिल सकेगा।