सेतु निगम जल्द शुरू करेगा मधुबन-बापूधाम आरओबी का निर्माण

आरओबी का 60 फीसदी निर्माण कार्य पूरा, निर्माण के लिए जीडीए ने दी 3 करोड़ रुपए धनराशि

गाजियाबाद। मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना को दिल्ली-मेरठ मार्ग से हापुड़ रोड को सीधा जोड़ने के लिए योजना में रेलवे ट्रैक के ऊपर निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण कार्य अब फिर जल्द शुरू हो सकेगा। सेतु निर्माण निगम को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा फिलहाल 3 करोड़ रुपए की धनराशि नहीं दी गई है। सेतु निर्माण निगम फिर भी अगले दो या तीन दिन बाद से आरओबी का निर्माण फिर से शुरू कर सकेगा। पूर्व में इसका काम पूर्णत:बंद कर दिया था। जीडीए द्वारा इस आरओबी का सेतु निर्माण निगम से निर्माण कराया जा रहा है।

मगर इसके निर्माण में फंड नहीं दिए जाने से रोड़ा अटक गया है। सेतु निर्माण निगम ने 3 करोड़ रुपए की पिछले चार माह से मांग की जा रही है। मगर जीडीए द्वारा रुपए नहीं दिए जाने की वजह से निर्माण कार्य रोक दिए जाने के बाद अब फिर से निर्माण शुरू होगा। सेतु निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक रजनीश कुमार का कहना है कि आरओबी का 60 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका हंै। उन्होंने बताया कि जीडीए से 3 करोड़ रुपए की धनराशि नहीं मिल पाई है। मगर फिर भी जल्द ही अगले दो या तीन दिन में आरओबी का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। जीडीए के पास पहले ही सेतु निर्माण पर हिंडन नदी पुल का 4.50 करोड़ रुपए भी बकाया है। सेतु निर्माण निगम द्वारा मधुबन-बापूधाम योजना के इस आरओबी का निर्माण करीब 45 करोड़ रुपए में किया जाना है। इसमें से जीडीए द्वारा करीब 30 करोड़ रुपए सेतु निर्माण निगम को दिया जा चुका हैं।बाकी 3 करोड़ रुपए की डिमांड पिछले चार माह से की जा रही है,मगर यह पैसा नहीं दिया गया। इसके अलावा करीब 14 करोड़ रुपए जीडीए पर सेतु निर्माण निगम का बकाया रह जाएगा।

वहीं, रेलवे लाइन के ऊपर रेलवे विभाग को निर्माण करना है। इसके लिए जीडीए द्वारा करीब 13 करोड़ रुपए भी रेलवे विभाग को दिया जा चुका हैं। रेलवे विभाग अब बाकी पूरा पैसा करीब 13 करोड़ रुपए मिलने के बाद बाद ही इस पर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए कह चुका है। मधुबन-बापूधाम योजना में इस चार लेन के आरओबी का निर्माण पूरा होने से आसपास क्षेत्र के 60 हजार से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। वहीं, गाजियाबाद होते हुए हापुड़ से मेरठ आने जाने वालों को करीब 14 किलोमीटर का लंबा सफर तय नहीं करना पड़ेगा। 750 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ाई के इस आरओबी के निर्माण होने से हजारों लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा।

जीडीए का इस आरओबी पर कुल 63 करोड़ रुपए खर्च होगा। आरओबी का निर्माण दो साल पहले पूरा हो जाना चाहिए था। मगर जीडीए की फाइनेंशियल स्थिति खराब होने के चलते आरओबी का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। इस आरओबी का निर्माण होने के बाद दिल्ली-मेरठ मार्ग से लोग सीधे आरओबी होते हुए मधुबन-बापूधाम योजना के अलावा गोविंदपुरम, स्वर्णजयंतीपुरम,बालाजी एन्क्लेव,रतन एन्क्लेव समेत अन्य कॉलोनियों और हापुड़ रोड पर सीधे डासना तक पहुंच सकेंगे।जीडीए के प्रभारी चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि मधुबन-बापूधाम योजना के आरओबी का निर्माण कार्य जल्द शुरू करने के लिए सेतु निर्माण निगम को कहा गया है। उम्मीद है कि जल्द निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। आरओबी का निर्माण कार्य लगभग 60 फीसदी पूरा हो चुका है।सेतु निर्माण निगम को 3 करोड़ रुपए की भी जल्द किश्त दी जाएगी। ताकि वह निर्माण कार्य पूरा कर सकें।वहीं,रेलवे विभाग को भी पत्र भेज दिया गया है। रेलवे को ट्रैक के ऊपर निर्माण करना है। ताकि रेलवे विभाग रेलवे ट्रैक के ऊपर निर्माण शुरू कर सकें। इस आरओबी के निर्माण पर जीडीए का करीब 63 करोड़ रुपए खर्च होगा।